तिरुवंबडी हिल स्टेशन : अतुलनीय सौन्दर्य
तिरुवंबडी हिल स्टेशन को सुन्दरता का श्रेष्ठतम प्रतिमान कहें तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी। जी हां, तिरुवंबडी हिल स्टेशन के चौतरफा पर्वत श्रंखला की निराली छटा दिखती है।
ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे उन्मुक्त आकाश में विचरण कर रहे हों। केरल के कोझिकोड जिला के दक्षिण-पूर्व दिशा में स्थित तिरुवंबडी वस्तुत: उपनगरीय क्षेत्र है। यह पहाड़ी शहर खास तौर से सैलानियों-पर्यटकों का पसंदीदा इलाका बन चुका है। शांत एवं शीतल जलवायु पर्यटकों को खास तौर से आकर्षित करती है।
तिरुवंबडी को मलयोरम के नाम से भी जाना जाता है। वस्तुत: प्रकृति की गोद में रचा-बसा तिरुवंबडी का यह इलाका ग्रामीण खुशबू से भी आच्छादित रहता है। तिरुवंबडी हिल स्टेशन एवं उसके आसपास का इलाका सुगंध से महकता रहता है। कारण तिरुवंबडी एवं उसके आसपास का इलाका नारियल, रबर, अरेका अखरोट, धान, अदरक, हल्दी एवं काली मिर्च की भरपूर फसल वाला है। लिहाजा पहाड़ से लेकर शहर तक इनकी सुगंध से महकता रहता है। पहाड़ों, घाटियों, झीलों-झरनों से घिरा यह इलाका ब्रिाटिश शासनकाल में हुक्मरानों का पसंदीदा स्थल रहा है।
तिरुवंबडी वस्तुत: चलीयार नदी की सहायक नदी इरुवनजिपुझा नदी के तट पर बसा है। लिहाजा प्राकृतिक सौन्दर्य की सुगंध युक्त आभा से इलाका आलोकित है। तिरुवंबडी हिल स्टेशन एवं उसके आसपास आकर्षक स्थानों की एक लम्बी श्रंखला है।
इनमें खास तौर से थुशरागिरी वॉटर फॉल्स, एरीपारा वॉटर फॉल्स, उरुपी हाइड्रो इलेक्ट्रिक बांध एवं बेलेमालामा आदि हैं। इतना ही नहीं इस क्षेत्र का श्री कृष्ण मंदिर, सेक्रेड हार्ट फॉरेन चर्च एवं त्रिशूर पोरम खास प्रसिद्ध हैं। तिरुवंबडी हिल स्टेशन का इलाका खास तौर से ट्रैकिंग, रॉक क्लाइंबिंग एवं वन्य जीव अभ्यारण के लिए भी जाना जाता है।
सेक्रेड हार्ट फॉरेन चर्च : सेक्रेड हार्ट फॉरेन चर्च की स्थापना 1944 में हुई थी। इसकी गणना बड़े चर्चों में होती है।
थिरुवम्बाई मंदिर : थिरुवम्बाई मंदिर को वस्तुत: मंदिरों का लघु शहर कहा जाये तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी। यहां वडक्कुनाथन मंदिर, तिरुवंबडी एवं परमेक्कवु मुख्य हैं।
श्री कृष्ण मंदिर : श्री कृष्ण मंदिर तिरुवंबडी का मुख्य मंदिर है। खास यह है कि यहां भगवत गीता का वाचन एवं श्रवण निरन्तर है। इस मंदिर में प्रवेश के लिए आवश्यक है कि श्रद्धालु एक निर्धारित वेषभूषा में हों।
त्रिशूर पोरम उत्सव : त्रिशूर पोरम उत्सव विविधिताओं से परिपूरित होता है। हाथियों की शोभायात्रा निराली होती है। हाथियों की रूप सज्जा-श्रंगार देखने वाला होता है।
थुशरागिरी वॉटर फॉल्स : थुशरागिरी वॉटर फॉल्स कोझिकोड का मुख्य आकर्षण है। तिरुवंबडी हिल स्टेशन से यह वॉटर फॉल्स करीब 11 किलोमीटर दूर हैं। थुशरागिरी का आशय बर्फ से ढ़के पहाड़ से होता है। साफ जाहिर है कि इलाका शीतलता से आच्छादित होगा।
थिरुवम्बाई मंदिर : थिरुवम्बाई मंदिर को वस्तुत: मंदिरों का लघु शहर कहा जाये तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी। यहां वडक्कुनाथन मंदिर, तिरुवंबडी एवं परमेक्कवु मुख्य हैं।
श्री कृष्ण मंदिर : श्री कृष्ण मंदिर तिरुवंबडी का मुख्य मंदिर है। खास यह है कि यहां भगवत गीता का वाचन एवं श्रवण निरन्तर है। इस मंदिर में प्रवेश के लिए आवश्यक है कि श्रद्धालु एक निर्धारित वेषभूषा में हों।
त्रिशूर पोरम उत्सव : त्रिशूर पोरम उत्सव विविधिताओं से परिपूरित होता है। हाथियों की शोभायात्रा निराली होती है। हाथियों की रूप सज्जा-श्रंगार देखने वाला होता है।
थुशरागिरी वॉटर फॉल्स : थुशरागिरी वॉटर फॉल्स कोझिकोड का मुख्य आकर्षण है। तिरुवंबडी हिल स्टेशन से यह वॉटर फॉल्स करीब 11 किलोमीटर दूर हैं। थुशरागिरी का आशय बर्फ से ढ़के पहाड़ से होता है। साफ जाहिर है कि इलाका शीतलता से आच्छादित होगा।
इन फॉल्स की भव्यता-दिव्यता का आकलन इसी से किया जा सकता है कि फॉल्स की जलध्वनि करीब 5 किलोमीटर के दायरे में स्पष्ट तौर से सुनी जा सकती है। चलीपुझा नदी की जलधारा से निकला यह वॉटर फॉल्स अति सुन्दर प्रतीत होता है। ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे बर्फीला स्प्रे हो रहा है। इस स्थान पर अलग अलग तीन फॉल्स नीचे गिरते हैं। इसमें सबसे ऊंचे फॉल्स को तेंदारा कहा जाता है। करीब 75 मीटर ऊंचाई से गिरने वाला यह फॉल्स आसपास के इलाके को भी शीतलता प्रदान करता है।
वेल्लारी माला : वेल्लारी माला मुख्यत: एक पर्वत चोटी है। साहसी एवं उत्साही युवाओं के लिए यह स्वर्ग है। वेल्लारी माला मुथप्पनपुझा से प्रारम्भ होती है। करीब 50 किलोमीटर दूर थमारसेरी में समाप्त होती है। इस चोटी तक पहंुचने में काफी वक्त लगता है। इसके बीच में ओलिचुचट्टम नामक एक सुन्दर जलधारा भी है।
वेल्लारी माला : वेल्लारी माला मुख्यत: एक पर्वत चोटी है। साहसी एवं उत्साही युवाओं के लिए यह स्वर्ग है। वेल्लारी माला मुथप्पनपुझा से प्रारम्भ होती है। करीब 50 किलोमीटर दूर थमारसेरी में समाप्त होती है। इस चोटी तक पहंुचने में काफी वक्त लगता है। इसके बीच में ओलिचुचट्टम नामक एक सुन्दर जलधारा भी है।
तिरुवंबडी हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट कालीकट अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। कालीकट से तिरुवंबडी की दूरी करीब 43 किलोमीटर है। निकटतम रेलवे स्टेशन भी कालीकट में है। पर्यटक तिरुवंबडी हिल स्टेशन की यात्रा सड़क मार्ग से भी कर सकते हैं।
10.116183,77.150360
10.116183,77.150360
No comments:
Post a Comment