Thursday, 16 August 2018

मोन हिल स्टेशन : प्रकृति का उपहार

   बादलों की गोद में स्थित मोन हिल स्टेशन को प्रकृति का सुन्दर उपहार कहें तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी। 

   जी हां, नागालैण्ड का यह सुन्दर हिल स्टेशन प्राकृतिक उपहारों से अति समृद्ध है। भारत-म्यांमार सीमा क्षेत्र का यह हिल स्टेशन लोक संस्कृति का अद्भुत संवाद है। चौतरफा पर्वत श्रंखला का लुभावनापन, घाटियों-वादियों का विलक्षण स्वरूप तथा मखमली घास का स्पर्श एवं वनस्पतियों - फूलों की सुगंध दिल दिमाग को प्रफुल्लित कर देता है। झीलों-झरनों की खूबसूरती हिल स्टेशन की सुन्दरता में चार चांद लगा देती है।

    मोन की आदिवासी संस्कृति ह्मदयंगम हो जाती है। खास तौर से यह जनजाति कानीक नागा का प्रवास क्षेत्र है। पंख धारण एवंं टेटुओं से आच्छादित चेहरा एवं शरीर आदिवासियों को एक अलग ही पहचान देता है। यहां की कारीगरी एवं कार्य कुशलता देखते ही बनती है। पुरुषों का सौन्दर्य शास्त्र देखते ही बनता है। कोनीक्स नागालैण्ड का सबसे बड़ा जनजाति वर्ग है। यहां पीतल एवं मोती के गहनें खास तौर से प्रचलन में होते हैं। 

    मोन हिल स्टेशन एवं उसके आसपास आकर्षक एवं सुन्दर स्थानों की एक लम्बी श्रंखला है। इनमें खास तौर से शनग्नयु गांव, चुई गांव, लोंगावा, वेद पीक, नागानिमोरा आदि हैं। पर्यटक मोन हिल स्टेशन के आसपास वाले इलाकों मसलन मांउट तिई, माउंट सरमाती, लिफानियन शिविर, कोहिमा चिड़ियाघर एवं राष्ट्रीय उद्यान आदि का भी भ्रमण कर सकते हैं।

   मोन हिल स्टेशन एरिया प्राकृतिक सौन्दर्य के साथ साथ साहसिक खेलों एवं पर्वतारोहण के लिए भी खास तौर से जाना पहचाना जाता है। विभिन्न प्रजातियों की वनस्पतियों की प्रचुरता परिवेश को बेहतरीन आक्सीजन प्रदान करती है। पर्यटक इस विलक्षण मोन हिल स्टेशन एरिया में वन्य जीवन के रोमांच का एहसास कर सकते हैं। 

   शनग्नयु गांव : शनग्नयु गांव वस्तुत: एक स्मारक क्षेत्र है। गांव में एक सुन्दर एवं अद्भुत लकड़ी का स्मारक है। मान्यता है कि स्वर्ग दूतों ने इसका निर्माण किया था। मनुष्य एवं अन्य प्राणियों की छवि इस सुन्दर स्मारक में उत्कीर्ण है। यह क्षेत्र मित्रता के लिए जाना जाता है।
चुई गांव : चुई गांव इलाका का एक अद्भुत क्षेत्र है। इस गांव में दुश्मन की खोपड़ियों का प्रदर्शन किया जाता है। 
   लोंगवा : लोंगवा वस्तुत: भारत म्यांमार सीमा क्षेत्र वाला इलाका है। लोंगवा मुख्यत: म्यांमार के लोजी से जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर स्थित है। लोंगवा से 60 से अधिक जनजाति प्रभावित क्षेत्रों में शासन चलता है।
   वेद पीक : वेद पीक मोन हिल स्टेशन एरिया का सर्वोच्च शिखर है। यह वेद पीक मोन हिल्स से करीब 70 किलोमीटर पूर्व दिशा में स्थित है।

 इस पीक से ब्राह्मपुत्र एवं चिंडविन नदियों का विहंगम दृश्य दिखता है। इस पर्वत चोटी पर एक सुन्दर एवं बड़ा झरना है। इस इलाका को सर्वोत्तम पिकनिक स्पॉट माना जाता है। इस इलाके में सुन्दर झरनों-झीलों की श्रंखला है। 
   नागानिमोरा : नागानिमोरा एक अति सुन्दर पिकनिक स्पॉट है। वस्तुत: इसका नाम नागा रानी मोरा है। जिसका स्थानीय भाषा में अर्थ नागा रानी का दफन स्थल है।
    मोन हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट दीमापुर है। निकटतम रेलवे स्टेशन दीमापुर जंक्शन है। इसके अलावा पर्यटक सड़क मार्ग से भी यात्रा कर सकते हैं।
26.720300,95.030500

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