डल झील : धरती का स्वर्ग
डल झील को श्रीनगर का आभूषण कहना चाहिए। जी हां, धरती पर कहीं स्वर्ग है तो वह श्रीनगर है। डल झील को श्रीनगर की आत्मा भी कहा जाता है।
यूं भी कहा जा सकता है कि स्वर्ग से भी सुन्दर श्रीनगर है। डल झील को श्रीनगर का मुकुट अर्थात ताज भी कहा जा सकता है। भारत के राज्य जम्मू-कश्मीर के शहर श्रीनगर की यह सुन्दर झील वैश्विक स्तर पर खास प्रसिद्ध है। विशेषज्ञों की मानें तो डल झील कश्मीर की दूसरी सबसे बड़ी झील है।
समुद्र तल से करीब 1583 मीटर की ऊंचाई पर स्थित डल झील प्राकृतिक सौन्दर्य की एक शानदार संरचना है। करीब 26 वर्ग किलोमीटर दायरे में फैली यह सुरम्य झील अपने खास सौन्दर्य से देश विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करती है।
इस शानदार झील की लम्बाई 7.44 किलोमीटर आैर चौड़ाई 3.50 किलोमीटर है। जलक्रीड़ा आैर जल आधारित खेलों के लिए डल झील एक अति दर्शनीय एवं आदर्श है। वस्तुत: देखें तो डल झील जम्मू-कश्मीर का मुख्य आकर्षण है।
हिमालय की गोद में स्थित डल झील का अपना एक आकर्षण है। वस्तुत: डल झील पर शिकारा एवं हाउसबोट में कुछ पल गुजारना पर्यटकों के लिए बेहद रोमांचक होता है।
शिकारा एवं हाउसबोट पर डल झील की सैर करना एक अप्रतिम आनन्द की अनुभूति कराती है। चौतरफा पर्वतीय सौन्दर्य से आलोकित डल झील की शान एवं शोभा चांदनी रात में आैर भी अधिक निखर आती है। डल झील की यात्रा पर पर्यटक एहसास करते हैं कि जैसे प्राकृतिक सौन्दर्य गोद में उतर आया हो।
पर्यटक डल झील में पानी के खेलों का भरपूर आनन्द ले सकते हैं। पर्यटक डल झील में स्विमिंग, वॉटर सर्फिंग, कायाकिंग, एेंगलिंग एवं कैनोइंग आदि खेलों का भरपूर आनन्द ले सकते हैं। डल झील से सूर्योदय एवं सूर्यास्त का रोमांचक दृश्य की दर्शनीयता पर्यटकों कोे प्रफुल्लित कर देती है।
खास यह कि डल झील तीन दिशाओें से पहाड़ियों से घिरी है। खास यह कि डल झील के चार जल सोत हैं। इन सोतों से ही डल झील में जल आता है। इसके साथ ही कई अन्य झीलें भी डल झील में समाहित होती हैं। इसके मुख्य चार जलाशय में गगरीबल, लोकुट डल, बोड डल एवं नागिन हैं।
खास यह है कि लोकुट डल के मध्य में एक सुन्दर द्वीप स्थित है। इस द्वीप को रुपलंक के नाम से जाना पहचाना जाता है। बोड डल की जलधारा के मध्य सोनालंक द्वीप स्थित है। विशिष्टताओं एवं प्राकृतिक सौन्दर्य की शानदार आभा के कारण डल झील भारत की सबसे सुन्दर झीलों में है।
मुगल वाटिका भी डल झील का एक अप्रतिम सौन्दर्य है। इस अप्रतिम सौन्दर्य के मध्य पर्यटकों को शिकारा एव हाउस बोट में एक रात अवश्य गुजारनी चाहिए। नेहरू पार्क, कानुटुुर खाना, चारमीनारी, रुपलंक द्वीप, सोनालंक द्वीप एवं हजरत बल की सैर अवश्य करनी चाहिए।
खास यह कि शिकारा पर ही डल झील में शानदार बाजार भी लगते हैं। शिकारा पर सवार होकर पर्यटक खरीदारी भी कर सकते हैं। जल आधारित वनस्पतियां डल झील की शान एवं शोभा हैं।
यह आैषधीय वनस्पतियां इस झील की सुन्दरता में चार चांद लगा देती हैं। कमल के फूल, पानी में बहती कुमुदनी आदि इत्यादि अति दर्शनीय प्रतीत होते हैं। डल झील पर सैलानियों के मनोरंजन के अगाध संसाधन उपलब्ध हैं।
इन विशिष्टताओं के कारण ही डल झील को प्रकृति का शानदार उपहार कहा जा सकता है। डल झील की यात्रा खास तौर से बारिश के मौसम को छोड़ कर कभी भी की जा सकती है। हालांकि बारिश के मौसम में डल झील के सैर सपाटे का अपना एक अलग ही आनन्द होता है।
श्रीनगर स्थित डल झील की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। निकटतम रेलवे स्टेशन जम्मू तवी जंक्शन है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी श्रीनगर स्थित डल झील की यात्रा कर सकते हैं।
34.127390,74.841700
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