मेघालय : अतुलनीय सौन्दर्य, बादलों से दोस्ती
प्राकृतिक सम्पदाओं की धरती मेघालय को भारतीय पर्यटन का ताज कहा जाना चाहिए। मेघालय भले ही भारत का एक अति लघुतम प्रांत हो लेकिन आैषधीय वनस्पतियों से लेकर प्राकृतिक सम्पदाओं का अति धनी है।
ऊंचे पर्वतमालाओं के मध्य रचा-बसा मेघालय अति दर्शनीय है। भारत के पूर्वोत्तर राज्यों का यह सुन्दर प्रांत मेघालय वस्तुत: एक पर्वतीय राज्य है। आैषधीय वनस्पतियों से अति समृद्ध होने के कारण मेघालय का शानदार एवं सुन्दर परिवेश हमेशा सुगंध से महकता रहता है।
चौतरफा पर्वतमालाओं का प्राकृतिक सौन्दर्य मेघालय को काफी कुछ विशिष्ट बना देता है। मेघालय की राजधानी शिलांग ऊंचे पर्वत शिखर पर रचा-बसा एक शानदार एवंं सुन्दर शहर है। जयन्तिया पर्वत या जयन्तिया हिल स्टेशन मेघालय की शान एवं शोभा है।
वस्तुत: जयन्तिया पर्वत एवं गारो पर्वत श्रंखलाओं का समन्वित स्वरूप ही मेघालय को अस्तित्व प्रदान करता है। मेघालय का नैसर्गिक सौन्दर्य अति दर्शनीय एवं लुभावना होता है। प्रकृति के इस सौन्दर्य पर पर्यटक मुग्ध हो उठते हैं। धंुध एवं कोहरा मेघालय के प्राकृतिक सौन्दर्य में चार चांद लगा देते हैं।
बादलों का खिलंदड़पन मेघालय को आैर भी अधिक सुन्दर एवं दर्शनीय बना देता है। लिहाजा मेघालय को बादलों का घर कहा जाना चाहिए।
शायद अतुलनीय प्राकृतिक सौन्दर्य के कारण ही मेघालय को भारत का स्कॉटलैण्ड कहा जाता है। यूं कहें कि मेघालय की तुलना स्कॉटलैण्ड से की जाती है तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी।
साहसिक पर्यटन मसलन पर्वतारोहण, रॉक क्लाईबिंग, ट्रैकिंग, हाईकिंग आदि के शौकीन पर्यटकों के लिए तो मेघालय किसी स्वर्ग की भांति है। उमियम झील मेघालय का खास पर्यटन आकर्षण है। पर्यटक उमियम झील में जलक्रीड़ा का हर शौक पूरा कर सकते हैं।
क्रूज की सवारी करनी हो या बोटिंग करनी हो या फिर वॉटर स्कूटर चलाना हो... पर्यटक आनन्द की हर अनुभूति का एहसास कर सकते हैं। इसे रोमांच का सफर भी कह सकते हैं। चेरापूंजी तो मेघालय का सर्वश्रेष्ठ एवं चुनिंदा पर्यटन है। चेरापंूजी की ख्याति वैश्विक पर्यटन में है।
मेघालय की राजधानी शिलांग के दक्षिणी इलाके में स्थित चेरापूंजी बेहद मनोहारी परिदृश्य वाला हिल स्टेशन है। नदियों, झीलों-झरनों एवं गुफाओं वाला मेघालय पर्यटन में अति विशिष्ट माना जाता है। मेघालय के पश्चिम में खासी हिल्स भी विशिष्ट है।
इतना ही नहीं, नोंगखनम द्वीप मेघालय का सबसे बड़ा एवं अचम्भित करने वाला द्वीप है। इस द्वीप की यात्रा पर्यटकों को एक खास रोमांच से भर देती है। झील एवं सरोवर खास तौर से मेघालय की सुन्दरता का एक विशिष्ट आयाम हैं।
वॉटर फॉल्स: वॉटर फॉल्स मेघालय का एक मुख्य आकर्षण है। एलिफैण्ट वॉटर फॉल्स, शाडथम वॉटर फॉल्स, बेडनिया वॉटर फॉल्स, बिशप वॉटर फॉल्स, नोहकालिकाई वॉटर फॉल्स, लांगशियांग वॉटर फॉल्स एवं स्वीट वॉटर फॉल्स आदि मेघालय के खास आकर्षण हैं।
इनमें कई झरने गर्म जल वाले हैं। विशेषज्ञों की मानें तो कई झरने आैषधीय वनस्पतियों के प्रभाव वालेे हैं। खास तौर से इनमें चिकित्सकीय गुण पाये जाते हैं।
गुफाएं: गुफाएं मेघालय का एक अन्य मुख्य आकर्षण है। विशेषज्ञों की मानें तो मेघालय में सर्वाधिक 500 से अधिक प्राचीन गुफाएं अस्तित्व में हैं। यह प्राचीन गुफाएं चूना पत्थर एवं बलुआ पत्थरों की हैं। यह शानदार गुफाएं मेघालय में फैली हुयी हैं।
मान्यता है कि भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे लम्बी एवं गहरी गुफाएं मेघालय में स्थित हैं। विशेषज्ञों की मानें तो क्रेम लियाट सबसे लम्बी गुफा है। सायनियांग पामयंग सबसे गहरी गुफा है।
यह विशिष्ट गुफाएं जयन्तिया पर्वत पर स्थित हैं। खास यह कि विदेशी पर्यटक इन प्राचीन गुफाओं की ओर आकर्षित होते हैं। इन गुफाओं का सौन्दर्य अति दर्शनीय है।
मेघालय की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट उमरोई शिलांग में स्थित है। यह एक छोटा एयरपोर्ट है। एयरपोर्ट शिलांग से करीब 40 किलोमीटर दूर स्थित है।
निकटतम रेलवे स्टेशन गुवाहाटी जंक्शन है। गुवाहाटी जंक्शन से शिलांग की दूरी करीब 105 किलोमीटर है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी मेघालय की यात्रा कर सकते हैं।
25.576230,91.882860
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