Tuesday, 12 November 2019

जंसकार घाटी: धरती का स्वप्न लोक

   जंसकार घाटी को धरती का स्वप्न लोक कहा जाना चाहिए। जंसकार घाटी वस्तुत: पहाड़ों के मध्य स्थित एक शानदार एवं अनुपम पर्यटन है। इस इलाके में जंसकार नदी का प्रवाह है। 

   लिहाजा इसे जंसकार घाटी के नाम से ख्याति हासिल है। भारत के लद्दाख के जिला कारगिल का यह सुन्दर पर्यटन वैश्विक ख्याति रखता है। खड़ी चट्टानों एवं पर्वतमालाओं के मध्य स्थित जंसकार घाटी अति दर्शनीय पर्यटन है। 

    सिंधु नदी की सहायक नदी जंसकार वस्तुत: एक पर्वतीय नदी है। सर्दियों में जंसकार घाटी बेहद शांत हो जाती है। शीर्ष ऊंचाई पर होने व विशिष्टताओं के कारण जंसकार घाटी को चादर ट्रैक भी कहते हैं। खास यह कि इस शानदार घाटी में जंसकार नदी का अपना एक अलग एवं मुख्य आकर्षण है। 

   जंसकार नदी का कहीं विहंगम स्वरूप दर्शनीय है तो कहीं नदी का दायरा सिमट कर पांच मीटर तक रह जाता है। भौगोलिक दृष्टि से देखें तो जंसकार घाटी एक शानदार मोड़दार पर्वत श्रंखला है। खास यह कि पर्यटन का यह शानदार स्वप्न लोक अति अद्भुत एवं दर्शनीय है।

    जंसकार घाटी के उत्तर दिशा में लद्दाख स्थित है तो वहीं दक्षिण में विशाल हिमालय शोभायमान है। हिमालय एवं लद्दाख के मध्य स्थित जंसकार घाटी का प्राकृतिक सौन्दर्य अद्भुत एवं विलक्षण है। विशेषज्ञों की मानें तो जंसकार घाटी वस्तुत: रोमांचक एवं साहसिक गतिविधियों का शानदार पर्यटन ट्रैक है।

   स्थानीय भाषा में चादर का आशय परत से होता है। इसका शब्दार्थ बर्फ की परत की नदी होता है। खास यह कि जंसकार नदी सर्दियों में बर्फ की भांति जम जाती है।
   हालांकि गर्मियों में जंसकार नदी जलक्रीड़ा का भरपूर आनन्द प्रदान करती है। उत्साही पर्यटक जंसकार नदी में रॉफ्टिंग सहित जलीय खेलों का भरपूर आनन्द ले सकते हैं।

    खास यह कि सर्दियों एवं गर्मियों में जंसकार घाटी एवं नदी का स्वभाव बदलता रहता है। सर्दियों में जंसकार घाटी का पूरा इलाका बर्फ की चादर में तब्दील हो जाता है। बर्फबारी, रोमांंचक एवं साहसिक खेल प्रेमियों के लिए जंसकार घाटी किसी स्वर्ग या स्वप्न लोक की भांति है।

    जंसकार घाटी सर्दियों में किसी सुन्दर कांच की तरह चमकती है। लिहाजा पर्यटक स्वत: मुग्ध हो उठते हैं। इस सुन्दर घाटी में पर्वत मालाओं की शानदार श्रंखला विद्यमान है तो वहीं चौतरफा घास के मखमली मैदान जंसकार की शान एवं शोभा हैं।

   शायद इन विशिष्टताओं के कारण ही जंसकार घाटी वैश्विक पर्यटन में अपना एक खास एवं विशिष्ट स्थान रखती है। जंसकार घाटी दुनिया के पर्यटकों को मुग्ध करती है। 

   विशेषज्ञों की मानें तो यह विलक्षण घाटी करीब 105 किलोमीटर लम्बी है। लिहाजा पर्यटक यहां हर पल रोमांच का एहसास कर सकते हैं। बर्फबारी एवं रोमांच का आनन्द लेना हो तो जंसकार घाटी की यात्रा का सबसे बेहतरीन समय जनवरी एवं फरवरी होता है। 

   इस अवधि में जंसकार घाटी का तापमान शून्य से नीचे 35 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचता है। यह बेहद रोमांचक होता है। जंसकार घाटी वन्य जीवों का भी आशियाना है। इस शानदार घाटी में हिम तेंदुआ खास तौर से पाये जाते हैं। 

    समुद्र तल से इस इलाके की ऊंचाई करीब 6000 मीटर है। लिहाजा इसे बेहद शीतल एवं रोमांचक माना जाता है। विशेषज्ञों की मानें तो इस इलाके का एक सांस्कृतिक महत्व भी है। पठारों वाला यह इलाका रुपशु भी कहलाता है। खास यह कि जंसकार घाटी का फैलाव लद्दाख तक ही सीमित नहीं है। इसका विस्तार हिमाचल प्रदेश के किन्नौर तक है।

   जंसकार घाटी की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट कारगिल एयरपोर्ट है। हालांकि पर्यटक श्रीनगर एयरपोर्ट से भी जंसकार घाटी की यात्रा कर सकते हैं। 
  श्रीनगर एयरपोर्ट से जंसकार घाटी की दूरी करीब 210 किलोमीटर है। निकटतम रेलवे स्टेशन जम्मू तवी जंक्शन है। पर्यटक सड़़क मार्ग से भी जंसकार घाटी की यात्रा कर सकते है।
34.560131,76.126137

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