शिवा समुद्रम वॉटर फॉल्स सौन्दर्य का एक आयाम
शिवा समुद्रम वॉटर फॉल्स दक्षिण भारत के कर्नाटक का एक शानदार, सुन्दर एवं अद्भुत पिकनिक स्पाट है। शिवा समुद्रम वॉटर फॉल्स कावेरी नदी का हिस्सा है।
वॉटर फॉल्स की जलतरंग श्रंखला अर्थात जलधारा करीब सौ मीटर (98 मीटर) शीर्ष से नीचे गिरती है। सामान्यत: शिवा समुद्रम वॉटर फॉल्स का आनन्द तो मौसम के हर काल में लिया जा सकता है लेकिन सर्दियों में सैर सपाटा का आनन्द ही कुछ अधिक ही होता है।
हर-हर... कल-कल... झर-झर... कोलाहल के साथ बहता फॉल्स का पानी बेहद मनोहारी दृश्य उत्पन्न करता है। गौरतलब है कि शिवा समुद्रम वॉटर फॉल्स के पानी का उपयोग खास तौर से जल विद्युत उत्पादन परियोजना के लिए होता है। विशेषज्ञों की मानें तो यह जल विद्युत परियोजना एशिया की प्रथम जल विद्युत परियोजना है।
इसकी स्थापना वर्ष 1902 में की गयी थी। कावेरी नदी का यह भव्य-दिव्य वॉटर फॉल्स कर्नाटक के मंड्या में स्थित है। प्राकृतिक सौन्दर्य का मनोहारी दृश्य देखने के लिए पर्यटकों का आना-जाना निरन्तर जारी रहता है लेकिन शिवा समुद्रम वॉटर फॉल्स सर्दियों में पर्यटकों के विशेष आकर्षण का केन्द्र रहता है। घाटियों एवं पठारों से होकर गुजरने वाला यह वॉटर फॉल्स एक विशेष रोमांच पैदा करता है।
शिवा समुद्रम वॉटर फॉल्स कई स्थानों में दो हिस्सों में विभक्त-बट जाता है। विशेषज्ञों की मानें तो 934 घनमीटर जल धारा प्रवाहित होती है। इस वॉटर फॉल्स के निकट प्राचीन मंदिरों की श्रंखला है। वॉटर फॉल्स के दो हिस्सों में से एक को गगनचुक्की एवं दूसरे को भरचुक्की कहा जाता है।
बारिश के मौसम में तो वॉटर फॉल्स का विहंगम दृश्य कई किलोमीटर तक अनवरत दिखता है। यह क्षेत्र बेंगलुरु से करीब चौदह किलोमीटर दूर है। आवागमन के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं।
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