जोग वॉटर फॉल्स : प्रचण्ड वेग का रोमांच
जोग वॉटर फॉल्स कर्नाटक के शिवमोगा इलाके में स्थित है। जोग वॉटर फॉल्स दुनिया शीर्ष वॉटर फॉल्स में 131 वें स्थान पर है। जोग वॉटर फॉल्स शरावती नदी का हिस्सा है।
सामान्यत: यह कर्नाटक एवं महाराष्ट्र के सीमावर्ती इलाका में है। शिवमोगा से जोग वॉटर फॉल्स जाने के लिए मोटर मार्ग भी है। मनोरम वन क्षेत्र से होते हुये जोग वॉटर फॉल्स तक जाने में चार विश्राम गृह भी मिलते हैं।
इन विश्राम गृह में आवश्यक सहूलियतें भी हैं। जोग वॉटर फॉल्स सामान्यत: दो सौ पचास मीटर के शीर्ष से नीचे गिरता है। जलक्रीड़ा का यह विहंगम दृश्य अति मनोहारी होता है।
जोग वॉटर फॉल्स चार हिस्सों में नीचे गिरता है। इनको राजा, राकेट, रोरर एवं दाम ब्लांचे के नाम से जाना-पहचाना जाता है। राजा वॉटर फॉल्स करीब आठ सौ तीस फुट की ऊंचाई से नीचे गिरता है। इसका जल करीब एक सौ बत्तीस फुट गहरे कुण्ड में गिरता है। जल का प्रचण्ड वेग एक रोमांच को उत्पन्न करता है। राकेट वॉटर फॉल्स का जल तीव्र घुमावदार रास्तों से होकर नीचे गिरता है। रोरर वॉटर फॉल्स झागदार अर्थात फेनादार जल लेकर नीचे आता है।
इसका जल आतिशाजी एवं अग्निबाण की भांति नीचे गिरता है। रंग-बिरंगे जल बिन्दुओं में गिरा जल देख कर विस्मय होता है। इसी तरह चौथे दाम ब्लांचे वॉटर फॉल्स का जल शीर्ष से नीचे की ओर चादर एवं फीता की तरह गिरता है। वॉटर फॉल्स की शोभायमान छवि दृष्टिगोचर होती है। एक अनूठे आनन्द की अनुभूति होती है। सर्दियों के मौसम में कोहरा अर्थात कुहासा इस मनोहारी दृश्य में चार चांद लगा देता है।
यह क्षेत्र महाराष्ट्र एवं कर्नाटक की जल विद्युुत शक्ति का केन्द्र भी है। इस मंत्रमुग्ध करने वाले वॉटर फॉल्स गेर्सोपा फॉल्स एवं जोगादा गुंडी वॉटर फॉल्स भी कहा जाता है। उत्तरी कन्नड़ एवं सागर सीमा का यह मनोरम स्थल है।
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