पचमढ़ी हिल स्टेशन: प्राचीन सुन्दरता
पचमढ़ी हिल स्टेशन सुन्दर पर्वत श्रंखलाओं के साथ ही पुरातात्विक महत्व के लिए भी जाना पहचाना जाता है। मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिला में स्थित पचमढ़ी हिल स्टेशन शांत एवं सुरम्य स्थान है।
पुरातात्विक महत्व की प्राचीन गुफायें हिल स्टेशन की शोभा एवं शान हैं। कारण यह गुफायें महाभारत काल में पाण्डव बंधुओं की आश्रय स्थली रही हैं।
समुद्र तल से करीब 1067 मीटर ऊंचाई पर स्थित पचमढ़ी हिल स्टेशन सुन्दर वादियों से शोभायमान हैं तो वहीं पर्वत श्रंखलाओं के शिखर यशोगाथा को बयां करते हैं।
सतपुरा पर्वत श्रंखला का यह हिल स्टेशन घने वन क्षेत्र से आच्छादित है तो वहीं वॉटर फॉल्स की शीतलता पर्यटकों के मन-मस्तिष्क को एक सुखद ताजगी देती है। पचमढ़ी हिल स्टेशन की गुफाओं में लुभावन शैल चित्र अंकित हैं। यह शैल चित्र पाण्डव बंधुओं की यशोगाथा को रेखांकित करते हैं। हिल स्टेशन की सुन्दरता एवं विशिष्टता के कारण इसे सतपुरा की रानी भी कहा जाता है।
खास यह कि मौसम कोई भी हो, पचमढ़ी हिल स्टेशन हमेशा सुखद शीतलता का एहसास कराता है। करीब 60 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्रफल में फैले इस हिल स्टेशन का नामकरण भी पाण्डव बंधुओं के नाम पर है। विशेषज्ञों की मानें तो पाण्डव बंधुओं के अज्ञातवास का अधिकतर समय यहीं बीता। खास यह कि इस हिल स्टेशन को आरोग्य निवास के तौर पर भी जाना जाता है।
पचमढ़ी हिल स्टेशन एवं उसके आसपास सुन्दर एवं सुरम्य स्थानों की एक लम्बी श्रंखला है। इनमें खास तौर से चौरागढ़ मंदिर, जलावतरण, सुन्दर कुण्ड, इरन ताल, धूपगढ़, सतपुरा राष्ट्रीय उद्यान, प्रियदर्शिनी प्वाइंट, बी फॉल्स, राजेन्द्र गिरि, हांडी खोह, जटाशंकर गुफा एवं पाण्डव गुफा आदि हैं।
सतपुरा राष्ट्रीय उद्यान : सतपुरा राष्ट्रीय उद्यान वर्ष 1981 में घोषित किया गया। करीब 524 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला यह राष्ट्रीय उद्यान वन्य जीवन की प्रचुरता के लिए खास तौर से जाना जाता है। राष्ट्रीय उद्यान में शेर, चीता, भालू, तेंदुआ, सांभर, चीतल, गौर, चिंकारा, जंगली भैंसा आदि अनेक जीव-जन्तु स्वच्छंद विचरण करते दिखते हैं।
प्रियदर्शिनी प्वाइंट : प्रियदर्शिनी प्वाइंट पचमढ़ी हिल स्टेशन एरिया का सुन्दर क्षेत्र है। यह क्षेत्र प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर है। सूर्योदय एवं सूर्यास्त का बेहद सुन्दर दृश्य यहां से अवलोकित होती है। तीन पहाड़ी शिखर पर स्थित यह स्थान बेहद आकर्षक है। इसके बायीं ओर चौरादेव महादेव स्थित हैं। इसी के निकट धूपगढ़ पर्वत है। धूपगढ़ इस इलाके की सबसे ऊंची पर्वत चोटी है।
रजत प्रपात : रजत प्रपात अप्सरा विहार से कुछ ही दूूरी पर स्थित है। करीब 350 फुट की ऊंचाई से गिरने वाला यह वॉटर फॉल्स अति सुन्दर प्रतीत होता है। फॉल्स का पानी दूधिया चांदी जल की भांति दिखता है।
बी वॉटर फॉल्स : बी वॉटर फॉल्स को जमुना वॉटर फॉल्स के नाम से भी जाना जाता है। यह पचमढ़ी से करीब 3 किलोेमीटर दूरी पर स्थित है। यह एक सुन्दर पिकनिक स्पॉट है।
राजेन्द्र गिरि : राजेन्द्र गिरि एक सुन्दर पर्वत शिखर है। इसका नामकरण देश के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद के नाम पर है। विशेषज्ञों की मानें तो वर्ष 1953 में डा. राजेन्द्र प्रसाद स्वास्थ्य लाभ के लिए यहां आये थे। यहां उनके लिए रविशंकर भवन बनवाया गया था। यहां चारों ओर प्राकृतिक सुन्दरता बिखरी हुयी है।
हांडी खोह : हांडी खोह पचमढ़ी हिल स्टेशन की सबसे सुन्दर एवं सबसे गहरी खाई है। यह करीब 300 फुट गहरी है। घने वन क्षेत्र से आच्छादित पानी के झरनों का कल-कल बहना अति सुहावना प्रतीत होता है। कहावत है कि भगवान शिव ने यहां एक राक्षस रूपी सर्प को एक चट्टान के नीचे दबा कर रखा था। लिहाजा इसे अंधी खोह भी कहा जाता है। यहां के रेलिंग प्लेटफार्म से घाटी का अति सुन्दर नजारा दिखता है।
जटाशंकर गुफा : जटाशंकर गुफा एक पवित्र गुफा है। यह पचमढ़ी से करीब 1.50 किलोमीटर दूर है। यहां स्थित महादेव मंदिर में शिवलिंग प्राकृतिक रूप से बना हुआ है। निकट ही हार्पर की गुफा भी है।
पाण्डव गुफा : पाण्डव गुफा महाभारत काल की गुफायें हैं। इनमें द्रोपदी कोठरी एवं भीम कोठरी विशेष हैं। पुरातात्विक विशेषज्ञों की मानें तो यह गुफायें गुप्तकाल की हैं।
अप्सरा विहार : अप्सरा विहार पाण्डव गुफाओं के निकट 30 फुट गहरा ताल है। इस ताल में एक झरना गिरता है। जिससे ताल का जल बेहद शीतल रहता है। पर्यटक ताल में स्नान का आनन्द ले सकते हैं।
सतपुरा राष्ट्रीय उद्यान : सतपुरा राष्ट्रीय उद्यान वर्ष 1981 में घोषित किया गया। करीब 524 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला यह राष्ट्रीय उद्यान वन्य जीवन की प्रचुरता के लिए खास तौर से जाना जाता है। राष्ट्रीय उद्यान में शेर, चीता, भालू, तेंदुआ, सांभर, चीतल, गौर, चिंकारा, जंगली भैंसा आदि अनेक जीव-जन्तु स्वच्छंद विचरण करते दिखते हैं।
प्रियदर्शिनी प्वाइंट : प्रियदर्शिनी प्वाइंट पचमढ़ी हिल स्टेशन एरिया का सुन्दर क्षेत्र है। यह क्षेत्र प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर है। सूर्योदय एवं सूर्यास्त का बेहद सुन्दर दृश्य यहां से अवलोकित होती है। तीन पहाड़ी शिखर पर स्थित यह स्थान बेहद आकर्षक है। इसके बायीं ओर चौरादेव महादेव स्थित हैं। इसी के निकट धूपगढ़ पर्वत है। धूपगढ़ इस इलाके की सबसे ऊंची पर्वत चोटी है।
रजत प्रपात : रजत प्रपात अप्सरा विहार से कुछ ही दूूरी पर स्थित है। करीब 350 फुट की ऊंचाई से गिरने वाला यह वॉटर फॉल्स अति सुन्दर प्रतीत होता है। फॉल्स का पानी दूधिया चांदी जल की भांति दिखता है।
बी वॉटर फॉल्स : बी वॉटर फॉल्स को जमुना वॉटर फॉल्स के नाम से भी जाना जाता है। यह पचमढ़ी से करीब 3 किलोेमीटर दूरी पर स्थित है। यह एक सुन्दर पिकनिक स्पॉट है।
राजेन्द्र गिरि : राजेन्द्र गिरि एक सुन्दर पर्वत शिखर है। इसका नामकरण देश के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद के नाम पर है। विशेषज्ञों की मानें तो वर्ष 1953 में डा. राजेन्द्र प्रसाद स्वास्थ्य लाभ के लिए यहां आये थे। यहां उनके लिए रविशंकर भवन बनवाया गया था। यहां चारों ओर प्राकृतिक सुन्दरता बिखरी हुयी है।
हांडी खोह : हांडी खोह पचमढ़ी हिल स्टेशन की सबसे सुन्दर एवं सबसे गहरी खाई है। यह करीब 300 फुट गहरी है। घने वन क्षेत्र से आच्छादित पानी के झरनों का कल-कल बहना अति सुहावना प्रतीत होता है। कहावत है कि भगवान शिव ने यहां एक राक्षस रूपी सर्प को एक चट्टान के नीचे दबा कर रखा था। लिहाजा इसे अंधी खोह भी कहा जाता है। यहां के रेलिंग प्लेटफार्म से घाटी का अति सुन्दर नजारा दिखता है।
जटाशंकर गुफा : जटाशंकर गुफा एक पवित्र गुफा है। यह पचमढ़ी से करीब 1.50 किलोमीटर दूर है। यहां स्थित महादेव मंदिर में शिवलिंग प्राकृतिक रूप से बना हुआ है। निकट ही हार्पर की गुफा भी है।
पाण्डव गुफा : पाण्डव गुफा महाभारत काल की गुफायें हैं। इनमें द्रोपदी कोठरी एवं भीम कोठरी विशेष हैं। पुरातात्विक विशेषज्ञों की मानें तो यह गुफायें गुप्तकाल की हैं।
अप्सरा विहार : अप्सरा विहार पाण्डव गुफाओं के निकट 30 फुट गहरा ताल है। इस ताल में एक झरना गिरता है। जिससे ताल का जल बेहद शीतल रहता है। पर्यटक ताल में स्नान का आनन्द ले सकते हैं।
पचमढ़ी हिल स्टेशन की यात्रा के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट भोपाल है। भोपाल से पचमढ़ी की दूरी करीब 204 किलोमीटर है। निकटतम रेलवे स्टेशन पिपरिया है। यहां से पचमढ़ी करीब 52 किलोमीटर दूर है। यह जबलपुर एवं इटारसी के बीच में स्थित है।
22.476924,78.440486
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