Friday, 8 June 2018

सापुतारा हिल स्टेशन : शानदार सुन्दरता

    सापुतारा हिल स्टेशन को धरती का स्वर्ग कहें तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी। सापुतारा हिल स्टेशन वादियों-घाटियों, पर्वत श्रंखलाओं, नदियों-झीलों-झरनों की खास खूबियां रखता है तो वहीं इसका धार्मिक, आध्यात्मिक एवं पौराणिक महत्व भी है।

    विशेषज्ञों की मानें तो मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने वनवास का लम्बा समय सापुतारा में व्यतीत किया था। गुजरात के डांग जिला का यह हिल स्टेशन सुन्दरता का एक श्रेष्ठतम आयाम है। 
    समुद्र तल से करीब 1000 मीटर ऊंचाई पर स्थित सापुतारा हिल स्टेशन सहयाद्री पर्वत श्रंखला का हिस्सा है। वस्तुत: सापुतारा आदिवासी क्षेत्र है लेकिन शीतलता एवं शांत होने के कारण सापुतारा हिल स्टेशन पर्यटकों एवं सैलानियों का पसंदीदा एरिया बन गया।
      सापुतारा हिल स्टेशन मुख्यत: सपुत्र व सतपुरा पहाड़ का पठार है। खास यह कि गर्मियों में भी यहां का मौसम शीतल रहता है। सापुतारा का आशय सांपो के घर से होता है। शायद इसी लिए सापुतारा हिल स्टेशन के वन क्षेत्र में विभिन्न प्रजातियों के सांप पाये जाते हैं। निकट ही सर्पगंगा नदी प्रवाहमान है।
      खास यह है कि नदी किनारे सांपों की मूर्तियां-आकृतियां बनीं है। आदिवासी इन नागों-सांपों की पूजा अर्चना करते हैं। सापुतारा हिल स्टेशन में पर्यटकों-सैलानियों की सुविधाओं एवं सहूलियत के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। बारिश में हिल स्टेशन का मौसम आैर भी अधिक खुशगवार हो जाता है। 
     सापुतारा हिल स्टेशन एवं उसके आसपास खुबसूरत स्थलों की एक लम्बी श्रंखला है। इनमें खास तौर से वांसदा राष्ट्रीय उद्यान, वोटिंग प्वाइंट, रोपवे, कलाकार गांव, गीरा झरना, रोज गार्डेन एवं झील गार्डेन आदि हैं।
वांसदा राष्ट्रीय उद्यान : वांसदा राष्ट्रीय उद्यान करीब 24 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है। उद्यान में शेर, चीता, सांभर, हिरन, पैंगोलिन एवं बड़े आकार की गिलहरी आदि हैं।
     सनराइज प्वाइंट : सनराइज प्वाइंट बेहद सुन्दर स्थल है। यहां से सूर्योदय एवं सूर्यास्त देखना बेहद सुन्दर एवं रुमानियत भरा प्रतीत होता है। वाकई यहां उगते सूरज को देखना बेहद दिलचस्प एवं रोमांचक होता है। सापुतारा में सूर्यास्त प्वाइंट को गांधी शिखर के नाम से भी जाना जाता है। यहां से सापुतारा हिल स्टेशन का सुन्दर दृश्य अवलोकित होता है।
    कलाकार गांव : कलाकार गांव खास तौर से आदिवासियों से आबाद है। गांव में कलात्मकता के रंग देखने को मिलते हैं। आदिवासी लोक संस्कृति के विविध आयाम यहां जीवंत होते हैं। खास यह है कि यह गांव कलाकृतियों को शानदार तौर तरीके से प्रदर्शित करता है। हस्तशिल्प की सुन्दर संरचनाएं यहां देखने को मिलती हैं।
     सापुतारा झील : सापुतारा झील एक सुन्दर जलाशय है। पर्यटक इस झील में नौकायन का आनन्द ले सकते हैं। 
    रोपवे : रोपवे एक शानदार हवाई यात्रा है। पर्यटक हवा में झूले का आनन्द लेते है। घाटी में सुबह व शाम रोपवे की यात्रा बेहद मजेदार होती है।
     गीरा झरना : गीरा झरना सापुतारा हिल स्टेशन से करीब 52 किलोमीटर दूर है। गीरा झरना अम्बिका नदी का हिस्सा है। करीब 30 मीटर ऊंचाई से गिरता झरना का जल मोती सा उज्जवल दिखता है। यह स्थान वाघई शहर से करीब 3 किलोमीटर दूर है। गीरा झरना सुरम्य एवं शानदार पिकनिक स्पाट है।
       गुलाब उद्यान : गुलाब उद्यान में गुलाब के फूलों की एक लम्बी श्रंखला दिखती है। सुन्दरता भी लाजवाब है। सुगंध ऐसी कि पर्यटकों को मदहोश कर दे। इसे वाघई बोटैनिकल गार्डेन भी कहते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो गुलाब की शायद ही कोई ऐसी प्रजाति होगी, जो यहां उपलब्ध न हो।
    सापुतारा संग्रहालय : सापुतारा संग्रहालय आदिवासी लोक संस्कृति को रेखांकित करता है। खास यह कि संग्रहालय में लोक नृत्य, परिधान-वेशभूषा एवं आदिवासी जीवन शैली को दर्शाता है।
       सापुतारा हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट सूरत है। सूरत से सापुतारा हिल स्टेशन की दूरी करीब 172 किलोमीटर है। निकटतम रेलवे स्टेशन बिलिमोरा है। रेलवे स्टेशन बिलिमोरा से सापुतारा हिल स्टेशन की दूरी 172 किलोमीटर है। पर्यटक सापुतारा हिल स्टेशन की यात्रा सड़क मार्ग से भी कर सकते हैं।
20.578598,73.750728

No comments:

Post a Comment

फागू हिल स्टेशन: रोमांचक एहसास    फागू हिल स्टेशन निश्चय ही दिल एवं दिमाग को एक सुखद शांति एवं शीतलता प्रदान करेगा। फागू हिल स्टेशन आकार...