Wednesday, 13 June 2018

हार्सिली हिल्स : धरती पर स्वप्नलोक

   हार्सिली हिल्स को पहाड़ों का गहना कहा जाये तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी। आंध्र प्रदेश के चित्तूर का यह हिल स्टेशन प्राकृतिक सुन्दरता का एक सुन्दर आयाम है। जिसका कहीं कोई जोड़ नहीं है।

   समुद्र तल से करीब 1290 मीटर ऊंचाई पर स्थित हार्सिली हिल्स को बादलों का घर भी कहा जा सकता है क्योंकि हिल्स में बादलों की आवाजाही अनवरत बनी रहती है।
   मखमली घास के लॉन-ढ़लान आैर उस पर बादलों की धमाचौकड़ी देख कर स्वप्नलोक की परिकल्पना साकार होते दिखती है। खास यह कि ऐसे में वनस्पतियों की सुगंध मन मस्तिष्क को एक ताजगी देती है। आंध्र प्रदेश के शहर मदनपल्ली के निकट स्थित हार्सिली हिल्स को हार्सिली कोंडा भी कहा जाता है। 
     ब्रिटिश शासनकाल में यह स्थान हुक्मरानों का पसंदीदा स्थान रहा। ब्रिटिश शासन में कलेक्टर डब्ल्यू डी. हार्सली के नाम पर इस स्थान का नाम हार्सिली हिल्स पड़ा। स्थानीय स्तर पर इसे एनुगु मल्लम्मा कोंडा भी कहा जाता है। 
     कहावत है कि इस इलाके में मल्लम्मा नाम की एक लड़की रहती थी। मल्लम्मा हाथियों को चारा दिया करती थी लेकिन एक दिन मल्लम्मा अचानक गायब हो गयी। मल्लम्मा की स्मृति में एक सुन्दर मंदिर बनाया गया। यह मंदिर इलाके में श्रद्धा, आस्था एवं विश्वास का केन्द्र है। मल्लम्मा के नाम से हार्सिली हिल्स के निकट गांव भी है।
     यह हिल स्टेशन हाथियों की बहुलता वाला क्षेत्र है। वन क्षेत्र खास तौर से वनस्पतियों एवं आैषधीय पौधों वाला है। शुद्ध पर्यावरण के कारण यहां की शीतलता भी अद्भुत है। शीतलता में सुगंध का समिश्रण परिवेश को आैर भी अधिक खुशनुमा बना देता है। खास यह कि इस हिल स्टेशन में नीलगिरी एवं विदेशी पेड़-पौधों की एक लम्बी श्रंखला है।
     हार्सिली हिल्स में दुलर्भ जीव जन्तुओं की उपस्थिति इस हिल्स एरिया को आैर भी खास बना देती है। सांभर, हिरण, जंगली सुअर एवं भालू आदि स्वच्छंद विचरण करते दिखते हैं। दुर्लभ पक्षियों की एक लम्बी श्रंखला इस हिल्स की विशेषता है। मसलन काला ईगल सहित असंख्य दुर्लभ पक्षियों का कोलाहल यहां सुनाई देता है।
       हार्सिली हिल्स की जलवायु पर्यटकों को रोमांचित एवं पुलकित कर देती है। हार्सिली हिल्स एवं उसके आसपास खूबसूरत स्थानों की कोई कमी नहीं है। शायद यही कारण है कि हार्सिली हिल्स देश दुनिया के पर्यटकों का पसंदीदा स्थल है। गैली बांदालू, व्यू प्वाइंट, कल्याणी एवं नीलगिरी वृक्ष आदि बहुत कुछ यहां दर्शनीय है।
    गैली बांदालू : गैली बांदालू को पवन चट्टान भी कहा जाता है। स्थानीय बस स्टैण्ड से करीब 300 मीटर दूर गैली बांदालू एक चट्टानी ढ़लान है। खास यह कि यहां हमेशा शीतल हवाओं का आनन्द लिया जा सकता है। पर्यटक यहां घंटों बैठ कर प्रकृति का एहसास करते हैं।
     व्यू प्वाइंट : व्यू प्वाइंट हार्सिली हिल्स का एक अति सुन्दर स्थान है। व्यूू प्वाइंट से घाटी का सम्पूर्ण नजारा दिखता है। घना वन क्षेत्र बेहद आकर्षक एवं लुभावना प्रतीत होता है। सुबह एवं शाम यहां पर्यटन का खास एहसास होता है।
      कल्याणी नीलगिरी वृक्ष : कल्याणी नीलगिरी वृक्ष वस्तुत: एक अति पुरातन वृक्ष है। खास यह है कि यह वृक्ष करीब 40 मीटर ऊंचा है। इसकी परिधि भी करीब 5 मीटर है। विशेषज्ञोंं की मानें तो यह दुनिया का सबसे पुराना वट वृक्ष है।
     हार्सिली हिल्स वन्य जीव अभ्यारण : हार्सिली हिल्स वन्य जीव अभ्यारण वस्तुत: हाथियों का आश्रय क्षेत्र है। ऐसा भी नहीं है कि इस क्षेत्र में केवल हाथी ही विचरते हों। अभ्यारण में चीता, शेर, हिरण, सांभर, जंगली सुअर आदि हैं। अभ्यारण बड़े दायरे में फैला हुआ है।
      हार्सिली हिल्स की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट बेंगलुरु एवं तिरूपति हैं। बेंगलुरु की दूरी करीब 160 किलोमीटर है जबकि तिरूपति की दूरी करीब 165 किलोमीटर है। निकटतम रेलवे स्टेशन मानापली है। मानापली से हार्सिली हिल्स की दूरी करीब 43 किलोमीटर है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी यात्रा कर सकते हैं।
13.650750,78.397021

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