Thursday, 26 July 2018

वालपराई हिल स्टेशन : सुगंध एवं ताजगी

   वालपराई हिल स्टेशन को धरती का स्वर्ग कहें तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी। जी हां, वालपराई हिल स्टेशन की प्राकृतिक सुन्दरता देख कर कोई भी मुग्ध हो सकता है।

    समुद्र तल से करीब 1193 मीटर ऊंचाई पर स्थित यह हिल स्टेशन किसी कल्पना लोक से कम नहीं। मखमली घास के हरे भरे ढ़लान खिलंदड बनने को लालायित करते हैं। चौतरफा सीना ताने खड़े पर्वत श्रंखला के शिखर अति लुभावने प्रतीत होते हैं।

   खास यह कि बादलों से खेलना हो तो वालपराई हिल स्टेशन की हसीन वादियों का रुख करना चाहिए। तमिलनाडु के कोयम्बटूर स्थित यह हिल स्टेशन सुगंध के विविध आयाम रखता है। कारण चाय एवं कॉफी के बागानों की एक लम्बी श्रंखला वालपराई हिल स्टेशन को ताजगी के साथ ही सुगंध से हमेशा परिपूरित रखती है। 

    इतना ही नहीं इस इलाके में इलायची की सुगंध भी दिलों दिमाग को ताजगी देती है। सिंकोना के पेड़ खास तौर से यहां की सुन्दरता हैं। खास यह है कि वालपराई सर्वाधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में जाना-पहचाना जाता है। लिहाजा मौसम का भी भरपूर आनन्द यहां मिलता है।
    वालपराई हिल स्टेशन का हाथी पथ इस इलाके का खास आकर्षण है क्योंकि घुमावदार चढ़ाई वाला रास्ता बेहद रोमांचक होता है। वालपराई हिल स्टेशन में ग्रीष्मकालीन विशेष उत्सव भी आयोजित किया जाता है। 

    इस उत्सव में खाद्य उत्सव, फ्लावर शो, लोक एवं जनजातीय गीत-संगीत एवं नृत्य के विशेष आयोजन होते हैं। प्राकृतिक सौन्दर्य के मध्य लोककलाओं का शानदार प्रदर्शन निश्चय ही परिवेश को आैर भी खुशनुमा बना देते हैं। 
    चाय एवं कॉफी के बागानों की सुन्दरता देखते ही बनती है। वालपराई हिल स्टेशन एवं उसके आसपास सुन्दर एवं आकर्षक स्थानों की एक लम्बी श्रंखला है। मुख्य आकर्षण में देखें तो निकट ही निर्सार बांध, अलीयार बांध, मंकी वॉटर फॉल्स, बालाजी मंदिर, वेलकन्नी चर्च करिमलाई, पंच मुघा विनायक नगर आदि हैं।

   खास तौर से देखें तो वालपराई हिल स्टेशन पर्वतारोहण के लिए एक सुन्दर गंतव्य है। इतना ही नहीं, वालपराई हिल स्टेशन का भरपूर प्राकृतिक आनन्द लेने के लिए मनोरंजन पार्क, रिसार्ट एवं अन्य खूबसूरत आश्रय स्थल भी उपलब्ध हैं। आशय यह कि वालपराई हिल स्टेशन क्षेत्र सुखद एवं प्राकृतिक जलवायु देने वाला एरिया है। जीवन का आनन्द एवं तरोताजगी सहित बहुत कुछ हिल स्टेशन की खासियत है। इस इलाके में पर्यटक लांग ड्राइव का भी आनन्द ले सकते हैं।

    इन्दिरा गांधी वन्य जीव अभ्यारण : इन्दिरा गांधी वन्य जीव अभ्यारण वालपराई हिल स्टेशन की शान है। अभ्यारण हाथियों की बहुलता से आबाद है। हिल स्टेशन में सैरसपाटा के दौरान निश्चय ही कहीं न कहीं हाथियों के अलमस्त झुण्ड अवश्य दिख जायेंगे। अभ्यारण में हाथियों के अलावा शेर, चीता, तेंदुआ, हिरण, सांभर, बड़ी गिलहरी एवं भालू आदि स्वच्छंद विचरण करते हैं।
    मंकी वॉटर फॉल्स : मंकी वॉटर फॉल्स वालपराई हिल स्टेशन की सुन्दरता का नगीना हैं। पोलाची एवं वालपराई रोड पर उथली घाट के निकट स्थित मंकी वॉटर फॉल्स वस्तुत: प्राकृतिक झरनों की एक श्रंखला है। चट्टानों एवं सदाबहार वन क्षेत्र से घिरा यह इलाका सुन्दरता का विशिष्ट आयाम है। झरना का मोती सा चमकता जल चुम्बकीय एहसास कराता है। शीतलता एवं ताजगी का यह क्षेत्र पर्यटकों का पसंदीदा स्थल है। इलाके का यह सुन्दर पिकनिक स्पॉट जलक्रीड़ा का भरपूर मौका प्रदान करता है।
     वालपराई हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट कोयम्बटूूर है। कोयम्बटूर एयरपोर्ट से वालपराई हिल स्टेशन की दूरी करीब 124 किलोमीटर है। निकटतम रेलवे स्टेशन कोयम्बटूर है। रेलवे स्टेशन से हिल स्टेशन की दूरी करीब 105 किलोमीटर है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी यात्रा कर सकते हैं।
10.323591,76.951003

Monday, 16 July 2018

कोली हिल स्टेशन : प्रकृति की सुन्दरता

    कोली हिल स्टेशन को प्रकृति की गोद कहें तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी। कोली निश्चय ही प्रकृति का संजीदगी से एहसास कराता है।

    समुद्र तल से करीब 1300 मीटर ऊंचाई पर स्थित यह हिल स्टेशन तीर्थयात्रा का भी महत्व रखता है। कारण इस हिल स्टेशन पर दिव्य-भव्य देव स्थान अरालेश्वर विद्यमान हैं।
     तमिलनाडु के जिला नमक्कल में स्थित यह कोली हिल स्टेशन को कोलीमलाई हिल स्टेशन के नाम से भी ख्याति हासिल है। कोली भले ही छोटा हिल स्टेशन हो लेकिन इसके सौन्दर्य शास्त्र का कहीं कोई जोड़ नहीं है। करीब 280 वर्ग किलोमीटर दायरे में फैला यह हिल स्टेशन सुन्दर वॉटर फॉल्स भी रखता है।

    दक्षिण भारत का यह सुन्दर हिल स्टेशन खास तौर से सुगंध से भरपूर है। वनस्पतियों सहित मसालों की पैदावार का यह एक प्रमुख केन्द्र है। मसलन कॉफी, चाय, जैकफ्रूट, अनानास, काली मिर्च आदि इत्यादि की सुगंध से परिवेश महकता रहता है।
     कोली खास तौर आैषधीय उत्पाद एवं जड़ी बूटियों के लिए जाना जाता है। पहाड़ों का खास उत्पाद जैकफ्रूट यहां खास लोकप्रिय हैं। यंू कहें कि स्वाद एवं सुगंध का कॉकटेल है तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी। कोली पर्वतारोहण एवं प्रकृति प्रेमियों की पहली पसंद रहता है। इस क्षेत्र में देवी एट्टुककाई अम्मान मंदिर है। कोलीपावाई के पौराणिक संदर्भ को ध्यान में रख कर इस पर्वत श्रंखला को कोली माला नाम से जाना गया। 

    कोली हिल्स की सुन्दरता की खासियत यह रही कि कोली को तमिल साहित्य में स्थान दिया गया। विशेषज्ञों की मानें तो ऋषियों ने तपस्या के लिए कोली को चुना था। वसंत ऋतु में कोली का परिवेश देखते ही बनता है।
    कोली हिल स्टेशन एवं उसके आसपास वन्य जीवन का भी कोलाहल रहता है। कोली हिल स्टेशन एवं उसके आसपास विशिष्ट स्थानों की एक लम्बी श्रंखला है। इनमें खास तौर से अरालेश्वर मंदिर, अगासागनगई वॉटर फॉल्स, अम्मान मंदिर, सिद्ध गुफायें, सेलूर व्यू प्वाइंट एवं सोलाक्कुडू आदि बहुत कुछ है। 
    अरालेश्वर मंदिर : अरालेश्वर मंदिर दक्षिण भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। इसे राशीपुरम शिव मंदिर का गुप्त मार्ग माना जाता है। कहावत है कि यह शिव मंदिर दूसरी शताब्दी में वाल्विल ने बनवाया था। 
  अरापालेश्वर सथकम कविता में अरापालेश्वर की प्रसंशा की गयी है। पौराणिक कथानक के मुताबिक मंदिर का यह शिवलिंग खेतों में कृषि कार्य की अवधि में मिला था। खेती के समय शिवलिंग पर चोट लग गयी थी। इस चोट के निशान आज भी शिवलिंग पर विद्यमान है। इस देव स्थान में पत्थर का श्री यंत्र भी स्थापित है।
    कोली अभ्यारण : कोली अभ्यारण मुख्यत: हाथियों का प्रवास क्षेत्र है। अभ्यारण में भालू, भौंकने वाले हिरण, पंगोलिन, भेड़िया, सरीसूप सहित असंख्य वन्य जीव प्रजातियां उपलब्ध हैं।
     अगासागनगई वॉटर फॉल्स : अगासागनगई वॉटर फॉल्स मुख्यत: वन क्षेत्र की सुन्दरता है। अरालेश्वर मंदिर के निकट स्थित यह वॉटर फॉल्स अय्यरू नदी का हिस्सा है। करीब 300 फुट ऊंचाई से नीचे गिरता यह फॉल्स कर्णप्रिय स्वर लहरियां प्रस्फुटित करता है। यह एक अति सुन्दर पिकनिक स्पॉट भी है।
    एट्टुककाई अम्मान मंदिर : एट्टुककाई अम्मान मंदिर स्थानीय देव स्थान है। इसे पहाड़ों की देवी भी कहा जाता है। इस स्थान से ताल्लुक रखने वाली कई किवदंतियां भी हैं।
    सेलूर व्यू प्वाइंट : सेलूर व्यू प्वाइंट कोली हिल्स की सबसे ऊंची चोटी है। इस स्थान से कोली हिल स्टेशन एवं उसके आसपास का सुन्दर नजारा दिखता है। खास तौर से कोली की प्राचीनता भी दिखती है। सेमेमेडु से सेलूर नाडू तक लम्बी एवं अति घुमावदार सड़क का सुन्दर नजारा अवलोकित होता है। उगते सूरज की लालिमा की चमक खास तौर से पर्यटकों को आकर्षित करती है। बड़ा ही मनोहारी दृश्य यहां से दिखता है।
    आैषधीय फार्म : आैषधीय फार्म मुख्यत: सेमेमेडु से वासलूरपट्टी जाने के मार्ग पर स्थित है। यह एक अति सुन्दर एवं मनोरम स्थान है। यह इलाका खास तौर से आैषधीय पौधों के लिए जाना पहचाना जाता है। आैषधीय वनस्पतियों में शायद ही कोई प्रजाति ऐसी होगी, जो यहां उपलब्ध न हो। आयुर्वेद, सिद्धा, यूनानी दवाओं में उपयोग की जाने वाली वनस्पतियों की लम्बी श्रंखला उपलब्ध है।
     कोली हिल स्टेशन की यात्रा के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट त्रिची है। त्रिची एवरपोर्ट चेन्नई, मुम्बई एवं बेंगलुरू से जुड़ा है। त्रिची से कोली की यात्रा करीब 133 किलोमीटर है। निकटतम रेलवे स्टेशन सालेम है। सालेम से कोली की दूरी करीब 90 किलोमीटर है। पर्यटक इसके अलावा सड़क मार्ग से भी यात्रा कर सकते हैं।
11.248514,78.338707

Friday, 6 July 2018

अन्नामलाई हिल स्टेशन: रोमांच का एहसास

    अन्नामलाई हिल स्टेशन को धरती का स्वर्ग कहें तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी। पर्वतीय सुन्दरता हो या बादलों की अठखेलियां हों या फिर वनस्पतियों की सुगंध हो। मन मस्तिष्क प्रफुल्लित हो उठता है। तमिलनाडु के कोयम्बटूर की यह पर्वत श्रंखला आनन्द की श्रेष्ठतम अनुभूति है।

    वस्तुत: तमिलनाडु एवं केरल के सीमा क्षेत्र में स्थित यह हिल स्टेशन कॅाफी बागानों की सोंधी सुगंध से महकता रहता है। वन्य जीवन की धमाचौकड़ी से हिल स्टेशन में जीवंतता प्रतीत होती है। शानदार बनावट वाले इस हिल स्टेशन को हाथी पर्वत भी कहा जाता है। अन्नामलाई हिल स्टेशन की सुन्दरता देखते ही बनती है। 
    अन्नामलाई का आशय पहाड़ी हाथी हिल से है। समुद्र तल से करीब 1000 मीटर ऊंचाई पर स्थित इस हिल स्टेशन में चौतरफा हरियाली की कालीन बिछी दिखती है। हिल स्टेशन की इन्द्रधनुषी निराली छटा ने विश्व विशेषज्ञों को भी आकर्षित किया है।

   शायद इसी लिए यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति में इसका विश्व धरोहर स्थल के रूप में चयन विचाराधीन रखा है। इस हिल स्टेशन के दक्षिण में नीलगिरी पर्वत श्रंखला है। दक्षिण-पश्चिम में केरल की सुन्दरता हिल स्टेशन को आलोकित करती है।
    दक्षिण-पश्चिम में इलायची पहाड़ियां विशेष सरंचना करती हैं। पूर्व दिशा में पल्नी हिल्स की फिजा बिखरती दिखती है। खास यह कि अन्नामलाई के उलंडी वन क्षेत्र में चौतरफा प्राकृतिक सौन्दर्य बिखरा पड़ा है।
       यह सौन्दर्य पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। वनस्पतियों की सुगंध एवं हरितिमा मन मस्तिष्क को ऊर्जावान बना देती है। पक्षियों का कर्णप्रिय कलरव आनन्द विभोर कर देता है। अन्नामलाई हिल स्टेशन से सूर्योदय एवं सूर्यास्त का सुन्दर एवं विलक्षण दृ्श्य दिखता है। अन्नामलाई हिल स्टेशन एवं उसके आसपास सुन्दर स्थलों की एक लम्बी श्रंखला है। इनमें खास तौर से अमरावती बांध, इंदिरा गांधी अभ्यारण, कोलिकामुट्ठी हाथी शिविर आदि हैं। 

    अमरावती बांध : अमरावती बांध तमिलनाडु एवं केरल की सीमा पर स्थित एक अति सुन्दर स्थल है। अमरावती नदी पर बने इस बांध से आसपास का सुन्दर दृश्य दिखता है। यहां से अन्नामलाई हिल्स एवं पल्नी हिल्स की सुन्दरता का बोध किया जा सकता है।
     यह सुरम्य दृश्य निश्चय ही मुग्ध करने वाला होता है। पर्यटक बांध क्षेत्र में नौकायन का आनन्द भी ले सकते हैं। बांध का निर्माण मुख्यत: सिचाई एवं बाढ़ नियत्रंण की दृष्टि से किया गया था। इससे चार मेगावाट बिजली का उत्पादन भी होता है। 

    इन्दिरा गांधी वन्य जीव अभ्यारण : इन्दिरा गांधी वन्य जीव अभ्यारण करीब 1000 वर्ग किलोमीटर दायरे में फैला हुआ है। इसे अन्नामलाई अभ्यारण के नाम से भी जाना जाता है। इस सुन्दर एवं शानदार अभ्यारण को मुख्यत: हाथियों के लिए जाना जाता है। 
   हालांकि इस अभ्यारण में चीता, भालू, तेंदुआ, हिरण, जंगली सुअर, जंगली भैंसा आदि की संख्या भी काफी है। अभ्यारण भ्रमण के दौरान पंडारावरई एवं कोलम्बु मलाई की पर्वत श्रंखला अपनी सुन्दरता से दर्शकों-पर्यटकों को मुग्ध कर देती है।
ब्रिटिश स्मारक स्थल : ब्रिाटिश स्मारक स्थल वस्तुत: ब्रिाटिश अधिकारी हुइजो वुड की समाधि स्थल है। ब्रिटिश अधिकारी ने अपने जीवनकाल में इस वन क्षेत्र के लिए कल्याणकारी कार्य किये थे। पर्यटक एवं इलाकाई बाशिंदे इस क्षेत्र में पौधरोपण करते हैं।
    कोलिकामुट्ठी हाथी शिविर : कोलिकामुट्ठी हाथी शिविर अन्नामलाई हिल स्टेशन से करीब 8 किलोमीटर दूर है। यह शिविर माउण्ट स्टुअर्ट में है। इसके निकट ही आदिवासियों का एक गांव है। इस गांव में मालाशर जाति के 50 से अधिक परिवार निवास करते हैं। मालाशर महावत होते है। महावत ही हाथियों को खास तौर से नियंत्रित कर पाते हैं।
   वारागिलयर हाथी शिविर : वारागिलयर हाथी शिविर अन्नामलाई हिल स्टेशन से करीब 25 किलोमीटर अंदर वन क्षेत्र में है। शिविर पालतू हाथियों की आश्रय स्थली है। खास यह कि इन पालतू हाथियों का उपयोग गैर पालतू हाथियों को भगाने के लिए किया जाता है।
      अनामुडी हिल्स : अनामुडी हिल्स अन्नामलाई क्षेत्र की सर्वाधिक ऊंचाई वाली पर्वत चोटी है। समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 2694 मीटर है। हालांकि अनामुडी हिल्स केरल की सीमा क्षेत्र में है लेकिन यह अन्नामलाई हिल स्टेशन का हिस्सा है। खास यह कि देश की सबसे ऊंची चोटी होने की गौरव रखती है। पर्वतारोहण के लिए यह एक आदर्श स्थल है।
     अन्नामलाई हिल स्टेशन की यात्रा के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट कोयम्बटूर है। कोयम्बटूर से अन्नामलाई हिल स्टेशन की दूरी करीब 125 किलोमीटर है। निकटतम रेलवे स्टेशन पोलाची जंक्शन है। सड़क मार्ग से भी अन्नामलाई हिल स्टेशन की यात्रा की जा सकती है।
10.300000,77.000000

Tuesday, 3 July 2018

तिरुवंबडी हिल स्टेशन : अतुलनीय सौन्दर्य

     तिरुवंबडी हिल स्टेशन को सुन्दरता का श्रेष्ठतम प्रतिमान कहें तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी। जी हां, तिरुवंबडी हिल स्टेशन के चौतरफा पर्वत श्रंखला की निराली छटा दिखती है। 

   ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे उन्मुक्त आकाश में विचरण कर रहे हों। केरल के कोझिकोड जिला के दक्षिण-पूर्व दिशा में स्थित तिरुवंबडी वस्तुत: उपनगरीय क्षेत्र है। यह पहाड़ी शहर खास तौर से सैलानियों-पर्यटकों का पसंदीदा इलाका बन चुका है। शांत एवं शीतल जलवायु पर्यटकों को खास तौर से आकर्षित करती है।

    तिरुवंबडी को मलयोरम के नाम से भी जाना जाता है। वस्तुत: प्रकृति की गोद में रचा-बसा तिरुवंबडी का यह इलाका ग्रामीण खुशबू से भी आच्छादित रहता है। तिरुवंबडी हिल स्टेशन एवं उसके आसपास का इलाका सुगंध से महकता रहता है। कारण तिरुवंबडी एवं उसके आसपास का इलाका नारियल, रबर, अरेका अखरोट, धान, अदरक, हल्दी एवं काली मिर्च की भरपूर फसल वाला है। लिहाजा पहाड़ से लेकर शहर तक इनकी सुगंध से महकता रहता है। पहाड़ों, घाटियों, झीलों-झरनों से घिरा यह इलाका ब्रिाटिश शासनकाल में हुक्मरानों का पसंदीदा स्थल रहा है। 

  तिरुवंबडी वस्तुत: चलीयार नदी की सहायक नदी इरुवनजिपुझा नदी के तट पर बसा है। लिहाजा प्राकृतिक सौन्दर्य की सुगंध युक्त आभा से इलाका आलोकित है। तिरुवंबडी हिल स्टेशन एवं उसके आसपास आकर्षक स्थानों की एक लम्बी श्रंखला है।  
     इनमें खास तौर से थुशरागिरी वॉटर फॉल्स, एरीपारा वॉटर फॉल्स, उरुपी हाइड्रो इलेक्ट्रिक बांध एवं बेलेमालामा आदि हैं। इतना ही नहीं इस क्षेत्र का श्री कृष्ण मंदिर, सेक्रेड हार्ट फॉरेन चर्च एवं त्रिशूर पोरम खास प्रसिद्ध हैं। तिरुवंबडी हिल स्टेशन का इलाका खास तौर से ट्रैकिंग, रॉक क्लाइंबिंग एवं वन्य जीव अभ्यारण के लिए भी जाना जाता है। 

   सेक्रेड हार्ट फॉरेन चर्च : सेक्रेड हार्ट फॉरेन चर्च की स्थापना 1944 में हुई थी। इसकी गणना बड़े चर्चों में होती है।
   थिरुवम्बाई मंदिर : थिरुवम्बाई मंदिर को वस्तुत: मंदिरों का लघु शहर कहा जाये तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी। यहां वडक्कुनाथन मंदिर, तिरुवंबडी एवं परमेक्कवु मुख्य हैं।
    श्री कृष्ण मंदिर : श्री कृष्ण मंदिर तिरुवंबडी का मुख्य मंदिर है। खास यह है कि यहां भगवत गीता का वाचन एवं श्रवण निरन्तर है। इस मंदिर में प्रवेश के लिए आवश्यक है कि श्रद्धालु एक निर्धारित वेषभूषा में हों।
     त्रिशूर पोरम उत्सव : त्रिशूर पोरम उत्सव विविधिताओं से परिपूरित होता है। हाथियों की शोभायात्रा निराली होती है। हाथियों की रूप सज्जा-श्रंगार देखने वाला होता है।  
    थुशरागिरी वॉटर फॉल्स : थुशरागिरी वॉटर फॉल्स कोझिकोड का मुख्य आकर्षण है। तिरुवंबडी हिल स्टेशन से यह वॉटर फॉल्स करीब 11 किलोमीटर दूर हैं। थुशरागिरी का आशय बर्फ से ढ़के पहाड़ से होता है। साफ जाहिर है कि इलाका शीतलता से आच्छादित होगा। 
    इन फॉल्स की भव्यता-दिव्यता का आकलन इसी से किया जा सकता है कि फॉल्स की जलध्वनि करीब 5 किलोमीटर के दायरे में स्पष्ट तौर से सुनी जा सकती है। चलीपुझा नदी की जलधारा से निकला यह वॉटर फॉल्स अति सुन्दर प्रतीत होता है। ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे बर्फीला स्प्रे हो रहा है। इस स्थान पर अलग अलग तीन फॉल्स नीचे गिरते हैं। इसमें सबसे ऊंचे फॉल्स को तेंदारा कहा जाता है। करीब 75 मीटर ऊंचाई से गिरने वाला यह फॉल्स आसपास के इलाके को भी शीतलता प्रदान करता है।
     वेल्लारी माला : वेल्लारी माला मुख्यत: एक पर्वत चोटी है। साहसी एवं उत्साही युवाओं के लिए यह स्वर्ग है। वेल्लारी माला मुथप्पनपुझा से प्रारम्भ होती है। करीब 50 किलोमीटर दूर थमारसेरी में समाप्त होती है। इस चोटी तक पहंुचने में काफी वक्त लगता है। इसके बीच में ओलिचुचट्टम नामक एक सुन्दर जलधारा भी है।
     तिरुवंबडी हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट कालीकट अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। कालीकट से तिरुवंबडी की दूरी करीब 43 किलोमीटर है। निकटतम रेलवे स्टेशन भी कालीकट में है। पर्यटक तिरुवंबडी हिल स्टेशन की यात्रा सड़क मार्ग से भी कर सकते हैं।
10.116183,77.150360

फागू हिल स्टेशन: रोमांचक एहसास    फागू हिल स्टेशन निश्चय ही दिल एवं दिमाग को एक सुखद शांति एवं शीतलता प्रदान करेगा। फागू हिल स्टेशन आकार...