फेक हिल स्टेशन: प्राकृतिक सौन्दर्य
फेक हिल स्टेशन की सुन्दरता एवं शीतलता का कोई जोड़ नहीं। जी हां, नागालैण्ड स्थित फेक हिल स्टेशन को बर्फीला हिल स्टेशन कहा जाना चाहिए।
कारण इस हिल स्टेशन पर कई बार तापमान शून्य से भी नीचे चला जाता है। फेक हिल स्टेशन की सबसे ऊंची पर्वत चोटी जानिबू चोटी है।
जानिबू चोटी समुद्र तल से करीब 2400 मीटर ऊंचाई पर स्थित है। साफ जाहिर है कि फेक हिल स्टेशन बेहद बर्फीला इलाका होगा। वस्तुत: फेक नागालैण्ड का एक सुन्दर एवं छोटा शहर है।
करीब 50 वर्ष पहले 1973 में फेक अस्तित्व में आया। समुद्र तल से आैसत से अधिक शीर्ष पर होने के कारण फेक हिल स्टेशन बेहद दर्शनीय एवं रोमांचक है। मखमली घास के मैदान एवं ढ़लान फेक की शोभा एवं शान हैं।
चौतरफा सुगन्ध का परिवेश बेहद आकर्षक प्रतीत होता है। फेक हिल स्टेशन का 70 प्रतिशत से अधिक इलाका वन आच्छादित होने के कारण बेहद सुरम्य प्रतीत होता है।
बर्फबारी एवं बादलों की विलक्षण दोस्ती फेक में दिखती है। मन होता है कि बादलों को आगोश में भर लें। फेक हिल स्टेशन में ऊंचाई की विलक्षणता दिखती है। जिससे पर्र्यटक बेहद आकर्षित होते हैं।
वस्तुत: फेक शहर एवं हिल स्टेशन समुद्र तल से करीब 1524 मीटर ऊंचाई पर स्थित है। साथ ही फेक हिल स्टेशन की सर्वाधिक ऊंचे क्षेत्र जानिबू चोटी को देखें तो समुद्र तल से ऊंचाई करीब 2400 मीटर है।
आबादी की दृष्टि से देखें तो फेक हिल स्टेशन एरिया का गांव पफुत्सेरो उच्चतम शिखर बिंदु पर स्थित है। पफुत्सेरो गांव समुद्र तल से करीब 2136 मीटर ऊंचाई पर स्थित है।
खास यह कि फेक हिल स्टेशन झीलों, झरनों, नदियों का इलाका है। खास तौर से देखें तो तिजू नदी, लानी नदी एवं अरचू नदी की खूबसूरती देखते ही बनती है।
शिल्लोई झील, चिड़ा झील एवं दाजुडू झील की सुन्दरता भी बेजोड़ है। वनस्पतियों से आच्छादित वन क्षेत्र इस सुन्दरता में चार चांद लगा देते हैं। फेक का शाब्दिक अर्थ स्थानीयता में अति सुन्दर है।
विशेषज्ञों की मानें तो फेक का उद्भव फेकेरेकेज से हुआ है। फेकेरेकेज का शाब्दिक अर्थ घड़ी टॉवर होता है। फेक हिल स्टेशन की सुरम्यता एवं शीतलता पर्यटकों को बेहद आकर्षित करती है।
लिहाजा देश दुनिया के पर्यटक सौन्दर्य बोध में खीचें चले आते हैं। खास यह कि फेक हिल स्टेशन की जलवायु बेहद ऊर्जावान एवं आक्सीजन युक्त है।
मानसून में यहां का मौसम अति सुहाना होता है। बारिश देख कर मन मस्तिष्क प्रफुल्लित हो उठता है। देश की सीमा क्षेत्र का यह हिल स्टेशन अति विहंगमता प्रदान करता है। लिहाजा म्यामांर की सुन्दरता भी अवलोकित होती है।
खास यह कि भारत-म्यामांर का अवाखंग इंटरनेशनल बार्डर भी फेक में ही स्थित है। पर्यावरण प्रेमियों के लिए फेक हिल स्टेशन किसी स्वर्ग से कम नहीं है।
युवाओं एवं प्रेमियों के लिए तो फेक खास है। पर्यटक नागालैण्ड की लोक संस्कृति की झलक यहां देख सकते हैं। फेक हिल स्टेशन एवं आसपास सुन्दर एवं आकर्षक स्थानों की एक लम्बी श्रंखला है।
इनमें खास तौर से फेक वन्य जीव अभ्यारण, ग्लोरी चोटी, शिलोई झील, फेक जलप्रपात, जुडु झील, खेजाकेनो गांव आदि इत्यादि बहुत कुछ है।
फेक वन्य जीव अभ्यारण: फेक वन्य जीव अभ्यारण जैव विविधिता की प्रचुरता का क्षेत्र है। आैषधीय वनस्पतियों एवं जंगली वनस्पतियों की प्रचुरता के कारण फेक अभ्यारण को विशेष माना जाता है। जीव जन्तुओं की आश्रय स्थली फेक में एक मोहक हलचल दिखती है।
ग्लोरी चोटी: ग्लोरी चोटी समुद्र तल से करीब 2600 मीटर ऊंचाई पर स्थित है। पर्यटक ग्लोरी चोटी से आसपास का विहंगम दृश्य देख सकते हैं। ग्लोरी चोटी को नागालैण्ड की सर्वाधिक ऊंचाई वाली चोटी माना जाता है। यह स्थान नागालैण्ड की राजधानी कोहिमा से करीब 70 किलोमीटर दूर है। यह एक आदर्श पिकनिक स्पॉट भी है।
शिलोई झील: शिलोई झील वस्तुत: एक शानदार प्राकृतिक सुन्दरता से लबरेज इलाका है। शिलोई झील की सुन्दरता अति दर्शनीय है। यहां कई किवदंतियां जुड़ी हैं। कहावत है कि स्थानीय निवासियों को झील में एक नवजात बच्ची मिली थी। बच्ची को झील की राजकुमारी कहा गया। यह राजकुमारी ही झील की रक्षा करती हैं। झील फिशिंग एवं पक्षी विहार के लिए खास तौर से जानी जाती है।
फेक जलप्रपात: फेक जलप्रपात नागालैण्ड का खास पर्यटन स्थल है। सघन वन क्षेत्र एवं पथरीली चट्टानों से प्रवाहित जल अति सुन्दर प्रतीत होता है।
जुडु झील: जुडु झील को एक आदर्श पिकनिक स्पाट कहना बेहतर होगा। वस्तुत: यह झील जानिबू चोटी के निकट है। लिहाजा इसे जानिबू झील भी कहा जाता है।
फेक वन्य जीव अभ्यारण: फेक वन्य जीव अभ्यारण जैव विविधिता की प्रचुरता का क्षेत्र है। आैषधीय वनस्पतियों एवं जंगली वनस्पतियों की प्रचुरता के कारण फेक अभ्यारण को विशेष माना जाता है। जीव जन्तुओं की आश्रय स्थली फेक में एक मोहक हलचल दिखती है।
ग्लोरी चोटी: ग्लोरी चोटी समुद्र तल से करीब 2600 मीटर ऊंचाई पर स्थित है। पर्यटक ग्लोरी चोटी से आसपास का विहंगम दृश्य देख सकते हैं। ग्लोरी चोटी को नागालैण्ड की सर्वाधिक ऊंचाई वाली चोटी माना जाता है। यह स्थान नागालैण्ड की राजधानी कोहिमा से करीब 70 किलोमीटर दूर है। यह एक आदर्श पिकनिक स्पॉट भी है।
शिलोई झील: शिलोई झील वस्तुत: एक शानदार प्राकृतिक सुन्दरता से लबरेज इलाका है। शिलोई झील की सुन्दरता अति दर्शनीय है। यहां कई किवदंतियां जुड़ी हैं। कहावत है कि स्थानीय निवासियों को झील में एक नवजात बच्ची मिली थी। बच्ची को झील की राजकुमारी कहा गया। यह राजकुमारी ही झील की रक्षा करती हैं। झील फिशिंग एवं पक्षी विहार के लिए खास तौर से जानी जाती है।
फेक जलप्रपात: फेक जलप्रपात नागालैण्ड का खास पर्यटन स्थल है। सघन वन क्षेत्र एवं पथरीली चट्टानों से प्रवाहित जल अति सुन्दर प्रतीत होता है।
जुडु झील: जुडु झील को एक आदर्श पिकनिक स्पाट कहना बेहतर होगा। वस्तुत: यह झील जानिबू चोटी के निकट है। लिहाजा इसे जानिबू झील भी कहा जाता है।
फेक हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट दीमापुर है। दीमापुर एयरपोर्ट से फेक हिल स्टेशन की दूरी करीब 100 किलोमीटर है। निकटतम रेलवे स्टेशन भी दीमापुर है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी फेक हिल स्टेशन की यात्रा कर सकते हैं।
25.918740,93.724160
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