नल्लामाला हिल स्टेशन: प्राकृतिक सौन्दर्य
नल्लामाला हिल स्टेशन को प्राकृतिक सौन्दर्य का इन्द्रधनुषी आयाम कहा जाना चाहिए। जी हां, नल्लामाला हिल स्टेशन पर चौतरफा प्राकृतिक सौन्दर्य की निराली छटा दिखती है। इसे नल्लामाला माउंटेन रेंज भी कहा जाता है।
आंध्र प्रदेश के कुरनूल स्थित इस हिल स्टेशन को प्रकृति की सौगात भी कहा जा सकता है। हालांकि नल्लामाला हिल स्टेशन आंध्र प्रदेश के कुरनूूल से लेकर नेल्लोर, गुंटूर, प्रकाशम, कदपा एवं चितूर तक फैला हुआ है।
समुद्र तल से नल्लामाला हिल स्टेशन की ऊंचाई 520 मीटर से लेकर 1100 मीटर तक है। कृष्णा एवं पेरियार नदियों का यह इलाका बेहद शांत एवं शीतल है। चारों ओर पर्वत श्रंखलाओं की प्राकृतिक निराली छटा आच्छादित है।
मखमली घास के मैदान-लॉन नल्लामाला हिल स्टेशन की खास शोभा हैं। झीलों-झरनों की खूबसूरती नल्लामाला हिल स्टेशन की आभा में चार चांद लगा देती है। नल्लामाला हिल स्टेशन की पर्वत चोटियां भी खास हैं। भैरानी कोंडा की ऊंचाई 1100 मीटर एवं गुंडला ब्राह्मासवाड़ा की ऊंचाई 1048 मीटर है।
पर्यटक नल्लामाला हिल स्टेशन पर समुद्र तट का भी भरपूर आनन्द ले सकते हैं। विशाल वन क्षेत्र नल्लामाला हिल स्टेशन को विशिष्ट बना देता है। कारणकहीं फूलों की खूशबू मन मस्तिष्क को ताजगी प्रदान करती है। कहीं वनस्पतियों की सुगंध दिलों को प्रफुल्लित करती है।
यूं कहें कि नल्लामाला हिल स्टेशन पर प्राण वायु मिलती है तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी। खास यह कि नल्लामाला हिल स्टेशन का एक बड़ा हिस्सा वन्य जीव अभ्यारण के तौर पर है। नागार्जुनसागर-श्रीशैलम टाइगर रिजर्व यहां की शान है।
टाइगर रिजर्व में हाथियों के झुण्ड स्वच्छंद विचरण करते दिखेंगे तो वहीं टाइगर भी अपनी उपस्थित का एहसास कराते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो नल्लामाला पर्वत ज्वालामुखी की चट्टानों से आच्छादित है।
नल्लामाला हिल स्टेशन की सीमाओं पर रॉक संरचनाओं की एक लम्बी श्रंखला देखने को मिलती है। इलामपुर मेहबूब नगर में कृष्णा नदी एवं तुगंभद्रा नदी का संगम है।
लिहाजा यहां नदियों का विहंगम दृश्य दिखता है। यह इलाका नवब्राह्मा मंदिरों एवं जोगुलम्बा के लिए विशेष तौर से जाना पहचाना जाता है। विशेषज्ञों की मानें तो यहां सती के दांत गिरे थे। खास यह कि नल्लामाला हिल स्टेशन वनस्पतियों एवं जीव सम्पदा से अति समृद्ध है।
नल्लामाला हिल स्टेशन एवं आसपास सुन्दर एवं आकर्षक स्थानों की एक लम्बी श्रंखला है। लिहाजा पर्यटक सौन्दर्य बोध सहित एक लम्बी यात्रा कर सकते हैं।
श्रीशैलम: श्रीशैलम एक पवित्र स्थान है। वस्तुत: यह एक घना वन क्षेत्र है। भगवान शिव का मंदिर अद्वितीय है। घना वन क्षेत्र होने के बावजूद श्रद्धालुओं का बड़ी संख्या में आना होता है।
कुबंम झील: कुबंम झील को अति प्राचीन झीलों में से एक माना जाता है। मान्यता है कि देश की सबसे प्राचीन झील है। विशेषज्ञों की मानें तो कुबंम झील 15 शताब्दी की झील है। विशेषज्ञों की मानें तो ओडिशा के गजपति साम्राज्य के शासक ने अपने आर्कीटेक्चर्स को झील बनाने का आदेश दिया था।
महानंदी एवं अहबिलम नरसिंह मंदिर: महानंदी एवं अहविलम नरसिंह मंदिर नल्लामाला हिल स्टेशन का एक अति पवित्र स्थान है। यह प्राचीन मंदिर अति दर्शनीय एवं पूजनीय हैं। गुंडला ब्राह्मासवाड़ा शिखर से उतरने वाली धारा पर स्थित यह स्थान पवित्र माना जाता है।
नल्लामाला हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट हैदराबाद है। हैदराबाद एयरपोर्ट से नल्लामाला हिल स्टेशन की दूरी करीब 232 किलोमीटर है। निकटतम रेलवे स्टेशन हैदराबाद एवं विजयवाड़ा है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी नल्लामाला हिल स्टेशन की यात्रा कर सकते हैं। घने वन क्षेत्र से गाड़ी ड्राइव करते गुजरना बेहद रोमांचक प्रतीत होता है।
15.893910,80.764801
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