Friday, 30 November 2018

मलमपुझा हिल स्टेशन: बेजोड़ सुन्दरता

   मलमपुझा हिल स्टेशन की प्राकृतिक सुन्दरता का कोई जोड़ नहीं। जी हां, मलमपुुझा हिल स्टेशन का सौन्दर्य देख कर प्रतीत होता है कि जैसे धरती पर स्वर्ग उतर आया हो। 

   केरल के पलक्कड़ जिला का यह सुन्दर हिल स्टेशन देश विदेश में खास ख्याति रखता है। चौतरफा प्राकृतिक सौन्दर्य की निराली छटा पर्यटकों को मुग्ध कर लेती है। 

   खास यह कि मलमपुझा हिल स्टेशन पर प्राकृतिक सौन्दर्य बोध कराने वाले उद्यानों की एक लम्बी श्रंखला है। मनोरंजन पार्क से लेकर रॉक गार्डेन तक हिल स्टेशन पर बहुत कुछ लुभावना है। रोपवे मलमपुझा हिल स्टेशन का विशेष आकर्षण है। 

   आशय यह कि मलमपुझा हिल स्टेशन मनोरंजन की सभी आवश्यकताओं की प्रतिपूर्ति करता है। सुन्दर पर्वत श्रंखला एवं मखमली घास के हरे-भरे आकर्षक लॉन-मैदान पर्यटकों के दिल में बस जाते हैं। रॉक गार्डेन एवं मछली घर मलमपुझा हिल स्टेशन का मुख्य आकर्षण है। 

   प्राकृतिक सौन्दर्य के बीच वास्तु संरचनाएं कुछ अलग ही अंदाज बयां करती हैं। मलमपुझा बांध मलमपुझा हिल स्टेशन एवं आसपास के इलाके की लाइफ लाइन है। मलमपुझा बांध एवं आसपास का इलाका सौन्दर्य की एक नई एवं अलग इबारत गढ़ता है।

   लिहाजा मलमपुझा हिल स्टेशन पर्यटकों का पसंदीदा पर्यटन क्षेत्र बन गया है। मलमपुझा हिल स्टेशन वस्तुत: पश्चिमी घाटों का सुन्दर पर्यटन स्थल है। मलमपुझा हिल स्टेशन एवं आसपास इलाकों में मलमपुझा बांध सहित कई अन्य आकर्षण हैं। खास तौर से मलमपुझा गार्डेन, मलमपुझा बांध, सांप पार्क, यक्षी मूर्ति, काल्पनिक पार्क, रॉक गार्डेन, पलक्कड़, जलाशय आदि बहुत कुछ है।

  मलमपुझा गार्डेन: मलमपुझा गार्डेन वस्तुत: केरल का वृंदावन है। गार्डेन में प्राचीनता एवं रचनात्मकता का दर्शन होता है। 
   मलमपुझा बांध: मलमपुझा बांध वस्तुत: इस इलाके की लाइफ लाइन है। यह बांध केरल की सबसे बड़ी सिंचाई सरंचना है। बांध का निर्माण 1955 में किया गया था। बांध की ऊंचाई करीब 115.05 मीटर है। इसके चौतरफा पर्यटन क्षेत्र विकसित किया गया है। जिससे बांध क्षेत्र एक आदर्श पिकनिक स्पॉट के तौर पर खास जाना पहचाना जाता है। 
   सांप पार्क: सांप पार्क वस्तुत: मलमपुझा बांध एवं गार्डेन के बीच का क्षेत्र है। सांपों की देखभाल एवं संरक्षण का विशेष क्षेत्र है।
   यक्षी मूर्ति: यक्षी मूर्ति मलमपुझा हिल स्टेशन का एक सुन्दर नगीना है। यक्षी मूर्ति क्षेत्र वस्तुत: मलमपुझा गार्डेन से घिरा हुआ इलाका है। सुन्दर एवं समृद्ध हरियाली से आच्छादित यह इलाका विशेष आकर्षण रखता है। यहां नक्काशी दर्शनीय है। 

  काल्पनिक पार्क: काल्पनिक पार्क एक सुन्दर परिसर है। पिकनिक की दृष्टि से बेहतरीन स्थान है।
   रॉक गार्डेन: रॉक गार्डेन वस्तुत: दक्षिण भारत का इकलौता रॉक कट बगीचा है। इसकी सुन्दर संरचना केरल के प्रसिद्ध कलाकार नेकचंद सैनी ने की थी। 

    इसकी सुन्दरता देखते ही बनती है। रॉक गार्डेन की विशेषता सौन्दर्य बोध है। इसमें चूडियां, टाइल्स, प्लास्टिक एवं अन्य विभिन्न आकार-प्रकार का अपशिष्ट प्रयोग किया गया है।
  खास यह कि अवांछित एवं टूटे-फूटे वस्तुओं का बेहतरीन उपयोग किया गया है। रॉक गार्डेन का सौन्दर्य पर्ययकों को विशेष तौर से आकर्षित करता है। 
   पलक्कड़: पलक्कड़ वस्तुत: पर्वत श्रंखलाओं, विशाल वन क्षेत्र, नदियों, झीलों-झरनों का इलाका है। यहां का प्राकृतिक सौन्दर्य देखते ही बनता है।
   जलाशय: जलाशय वस्तुत: जल विहार का क्षेत्र है। पर्यटक यहां नौैकायन का आनन्द ले सकते हैं। पानी के स्कूटर की सवारी का लुफ्त उठाया जा सकता है। मोटर वोट की दौड़ तो देखते ही बनती है।

    मलमपुझा हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट कोयम्बटूर है। कोयम्बटूर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से मलमपुझा हिल स्टेशन की दूरी करीब 55 किलोमीटर है। 
  निकटतम रेलवे स्टेशन पलक्कड़ जंक्शन है। पलक्कड़ जंक्शन से मलमपुझा हिल स्टेशन की दूरी करीब 7 किलोमीटर है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी यात्रा कर सकते हैं।
10.818600,76.664790

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