मशोबरा हिल स्टेशन: प्राकृतिक सौन्दर्य
मशोबरा हिल स्टेशन को प्रकृति का सुन्दर उपहार कहा जाना चाहिए। भारत के हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के निकट स्थित मशोबरा हिल स्टेशन में चौतरफा प्राकृतिक सौन्दर्य की निराली छटा दिखती है।
शायद इसी लिए इसे धरती का स्वर्ग भी कहा जाता है। समुद्र तल से करीब 2500 मीटर ऊंचाई पर स्थित मशोबरा हिल स्टेशन हिमाचल प्रदेश के पर्यटन की शान एवं शोभा है।
खास यह कि मशोबरा हिल स्टेशन हिमालयीय विचारधारा से लबरेज है। सघन वन क्षेत्र एवं सुगंधित फूलों की एक लम्बी श्रंखला पर्यटकों को प्रफुल्लित कर देते हैं।
मशोबरा हिल स्टेशन एवं आसपास का क्षेत्र सेब एवं अन्य फलों के बागानों की सुगंध से परिवेश महकता रहता है। शांत एवं शीतलता वाला यह हिल स्टेशन प्राकृतिक सम्पदाओं से अति समृद्ध है। लिहाजा मशोबरा हिल स्टेशन देश विदेश के पर्यटकों की पहली पसंद रहता है।
देवदार सहित अन्य प्रजातियों की वन सम्पदाओं से आच्छादित वन क्षेत्र बेहद दर्शनीय है। सर्दी के मौसम में मशोबरा हिल स्टेशन की सुन्दरता आैर भी अधिक बढ़ जाती है।
नवम्बर के बाद मशोबरा हिल स्टेशन का नजारा अति दुर्लभ होता है। कारण नवम्बर के बाद मशोबरा हिल स्टेशन एवं आसपास बर्फ की चादर छाने लगती है।
नवम्बर से फरवरी की अवधि बर्फबारी का आनन्द लेने वाले पर्ययकों के लिए बेहतरीन समय होता है। मशोबरा हिल स्टेशन एवं आसपास का इलाका बर्फ की ओढ़नी में बेहद लुभावना प्रतीत होता है। खास यह कि मशोबरा हिल स्टेशन में गर्मियों में भी अति शीतल रहता है।
लिहाजा देश के शीर्ष एवं विशिष्ट व्यक्तित्वों का भी यह इलाका पसंदीदा बन जाता है। प्रकृति प्रेमियों एवं शीतकालीन खेलों के लिए विशेष तौर पर जाना-पहचाना जाने वाला मशोबरा हिल स्टेशन नौकायन, घुड़सवारी, पैराग्लाइडिंग, ट्रैकिंग, कैम्पिंग के लिए बेहद प्रसिद्ध है।
खास यह कि शीतकालीन खेलों के लिए मशोबरा हिल स्टेशन बेहद पसंदीदा स्थान है। खूबसूरत एवं प्राकृतिक दृश्यों का तो मशोबरा हिल स्टेशन खजाना है।
मशोबरा हिल स्टेशन के खूबसूरत मखमली घास के लॉन-मैदान-ढ़लान पर्यटकों को मुग्ध कर लेते हैं। बर्फ से ढ़के हिम शिखर का अपना एक अलग ही सौन्दर्य दिखता है।
कहीं घाटियां-वादियां हैं तो कहीं सीना ताने खड़े हिम शिखर प्राकृतिक सौन्दर्य में आभूषण की भांति दर्शनीय होते हैं। मशोबरा हिल स्टेशन का वन क्षेत्र भी कम आकर्षित करने वाला नहीं होता है। वन क्षेत्र में वन्य जीवन का कोलाहल पर्यटकों को बेहद आकर्षित करता है।
खास यह कि मशोबरा हिल स्टेशन वन क्षेत्र में वन्य जीवन की असंख्य विलुप्त प्रजातियां भी दर्शनीय हो जाती हैं। मशोबरा हिल स्टेशन त्योहार-पर्व के लिए भी जाना जाता है।
मई में महासु मेला का दिव्य भव्य आयोजन होता है। महासु देवता मंदिर इस मेला का केन्द्र होता है। यह मंदिर महासु चोटी पर स्थित है।
विशेषज्ञों की मानें तो महासु देवता का यह मंदिर 9 शताब्दी से भी प्राचीन है। महासु मेला यहां का मुख्य आकर्षण है। इसमें तीज-त्योहार एवं पर्व की झलक मिलने के साथ ही पारम्परिक लोक नृत्य, तीरंदाजी प्रतियोगिता एवं आंचलिक सांस्कृतिक आयोजन होते हैं। मशोबरा हिल स्टेशन में कैरिग्नानो विशेष आकर्षण है।
समुद्र तल से करीब 7700 फुट ऊंचाई पर स्थित यह संरचना वस्तुत: एक प्राचीन विला है। विशेषज्ञों की मानें तो कैरग्निानो का निर्माण चेवलियर फेडेरिको पेलाइट नामक एक इतालवी फोटोग्राफर ने किया था। लकड़ी के बने इस विला का वास्तुशिल्प अति सुन्दर एवं दर्शनीय है।
ऑक्स एवं देवदार के वन क्षेत्र से घिरा यह इलाका बेहद सुन्दर लगता है। कैरिग्नानो वस्तुत: एक सुन्दर पिकनिक स्पॉट है।
हालांकि कैरिग्नानो को 1920 में एक सुन्दर रिसार्ट में तब्दील कर दिया गया था। भारत-तिब्बत रोड पर स्थित मशोबरा हिल स्टेशन को अस्तित्व में लाने का श्रेय वस्तुत: लार्ड डलहौजी को जाता है।
विशेषज्ञों की मानें तो लार्ड डलहौजी मशोबरा हिल स्टेशन को 1850 में अस्तित्व में लाये थे। खास यह कि मशोबरा हिल स्टेशन एवं आसपास का इलाका हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से जुड़ा हुुआ है।
मशोबरा हिल स्टेशन की प्राकृतिक सुन्दरता का कोई जोड़ नहीं है। साहित्य से लेकर फिल्मों तक इसकी सुन्दरता का उल्लेख एवं दर्शनीयता है। मशोबरा हिल स्टेशन पर कई फिल्मों का फिल्मांकन हो चुका है। वन्य जीव अभयारण्य भी मशोबरा हिल स्टेशन की शोभा एवं शान है।
मशोबरा हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट शिमला एवं चण्डीगढ़ है। चण्डीगढ़ एयरपोर्ट से मशोबरा हिल स्टेशन की दूरी करीब 66 किलोमीटर है। निकटतम रेलवे स्टेशन शिमला जंक्शन है। शिमला रेलवे स्टेशन से मशोबरा हिल स्टेशन की दूरी करीब 11 किलोमीटर है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी मशोबरा हिल स्टेशन की यात्रा कर सकते हैं।
31.114890,77.140470
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