शोजा हिल स्टेशन: मखमली एहसास
शोजा हिल स्टेशन के प्राकृतिक सौन्दर्य का कोई जोड़ नहीं। जी हां, शोजा हिल स्टेशन प्रकृति की गोद में रचा-बसा एक सुन्दर एवं आदर्श गांव है।
भारत के हिमाचल प्रदेश का यह सुन्दर हिल स्टेशन वैश्विक पर्यटकों का बेहद पसंदीदा एरिया है। शांत एवं सुरम्य शोजा हिल स्टेशन घाटियों-वादियों से आच्छादित यह हिल स्टेशन वस्तुत: प्रकृति की एक शानदार एवं सुन्दर संरचना है।
शिमला एवं कुल्लू के मध्य स्थित शोजा हिल स्टेशन को हिमाचल प्रदेश की मणि कहा जा सकता है। फूलों से सुसज्जित यहां की घाटियां वादियां पर्यटकों को एक विशेष प्रफुल्लता प्रदान करती हैं।
झीलों-झरनों एवं नदियों का सौन्दर्य पर्यटकों को मुग्ध कर लेता है। मखमली घास के मैदान-ढ़लान एक मखमली एहसास कराते हैं। नदियों की सुन्दरता दिलों को छू जाती है।
खास यह कि जालोरी दर्रा से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह सुन्दर हिल स्टेशन पर्यटकों को भरपूूर आक्सीजन देने के साथ ही ऊर्जावान भी बनाता है।
शोजा हिल स्टेशन के आसपास दूर-दूर तक फैले धौलाधार पर्वतमाला का अति सुन्दर एवं मनोहारी दृश्य यहां से अवलोकित होता है।
खास यह कि शोजा हिल स्टेशन पर खूबसूरती की बादशाहत दिखती है। सर्दियों में यहां का सौन्दर्य आैर भी अधिक खिल उठता है।
सर्दियों में यहां पर्यटक बर्फबारी का भरपूर लुफ्त ले सकते हैं। सर्दियों में सुन्दर आशियानों से लेकर शानदार पर्वतमालाओं का अपना एक विशेष आकर्षण दिखता है।
मार्च-अप्रैल तक यहां घास के मखमली मैदानों पर बर्फ का जमाव पर्यटक देख सकते हैं। यह एक रोमांचक अनुभव होता है।
जालोरी दर्रा से कुछ ही दूर पर सिरोलसर झील की अनुपम एवं निराली छटा दिखती है। ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे स्वर्ग लोक में स्वच्छंद विचरण कर रहे हों।
मखमली घास के मैदान, बर्फ की चादर ओढ़े पर्वतमाला एवं सितारों की भांति झिलमिलाता झील का निर्मल जल एक रोमांच पैदा करता है।
शोजा हिल स्टेशन एवं आसपास रात्रि विश्राम बेहद खुशनुमा एहसास कराता है। ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे धरती पर चांद-तारे उतर आये हों।
खास यह कि सिरोलसर झील के निकट ही एक प्राचीन मंदिर है। श्रद्धा, आस्था एवं विश्वास के इस स्थान पर पर्यटक श्रद्धानवत होते हैं।
रघुपुर किला भी शोजा हिल स्टेशन की शान है। मंडी के शासकों ने इस दिव्य-भव्य किला का निर्माण कराया था।
किला से विशाल हिमालय के भव्य-दिव्य दर्शन होते हैं। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह एक शानदार एवं सुरम्य स्थान है।
पक्षियों का कलरव-कोलाहल मन मस्तिष्क को रोमांचित कर देता है। खास यह कि पक्षियों की दर्जनों प्रजातियां शोजा हिल स्टेशन में शोभायमान रहती हैं।
पक्षियों के इस कलरव-कोलाहल में पर्यटक सुध-बुध खो बैठते हैं। ट्रैक्र्स के लिए तो शोजा हिल स्टेशन किसी स्वर्ग से कम नहीं है।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला का यह शानदार हिल स्टेशन वस्तुत: प्रकृति का सुन्दर आयाम है। कुल्लू से करीब 40 किलोमीटर दूर बसा शोजा हिल स्टेशन वस्तुत: एक सुन्दर पर्वतीय गांव है। इस गांव की खूबसूरती पर्यटकों को बरबस आकर्षित करती है।
चौतरफा मनोहारी दृश्य यहां की शान एवं शोभा हैं। बादलों की अठखेलियां पर्यटकों को बेहद रोमांचक बना देती हैं।
कारण बादल कभी पर्यटकों की गोद में होते हैं तो कभी पर्यटक बादलों की गोद में होते हैं। शोजा हिल स्टेशन पर यह एक विशेष एवं रोमांचक अनुभव होता है।
शोजा गांव भले ही छोटा प्रतीत होता हो लेकिन शोजा चौतरफा प्राकृतिक सौन्दर्य का शानदार खजाना रखता है। खास यह इस प्राकृतिक सौन्दर्य में पर्यटक खो जाते हैं।
शोजा हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट भुन्तर एयरपोर्ट शिमला है। भुन्तर एयरपोर्ट से शोजा हिल स्टेशन की दूरी करीब 50 किलोमीटर है।
निकटतम रेलवे स्टेशन जोगिन्दर नगर जंक्शन है। जोगिन्दर नगर रेलवे स्टेशन से शोजा हिल स्टेशन की दूरी करीब 125 किलोमीटर है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी शोजा हिल स्टेशन की यात्रा कर सकते हैं।
31.912800,77.174300
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