मंजोलाई हिल स्टेशन: मखमली एहसास
मंजोलाई हिल स्टेशन को धरती का स्वर्ग कहा जाना चाहिए। जी हां, मंजोलाई की प्राकृतिक सुन्दरता अतुलनीय है।
शायद इसी लिए मंजोलाई हिल स्टेशन वैश्विक पर्यटकों का बेहद पसंदीदा है। भारत के तमिलनाडु के जिला तिरुनेलवेली का यह हिल स्टेशन चाय एवं कॉफी बागानों के लिए खास तौर से प्रसिद्ध है।
समुद्र तल से करीब 1500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित मंजोलाई हिल स्टेशन झील-झरनों, नदियों एवं बांध के लिए प्रसिद्ध है।
खास तौर से यहां के घुमावदार परिदृश्य अति दर्शनीय हैं। इन घुमावदार परिदृश्यों को कुुथिरावेट्टी कहा जाता है।
मंजोलाई हिल स्टेशन उच्च गुणवत्ता की जलवायु के लिए वैश्विक ख्याति रखता है। मंजोलाई हिल स्टेशन प्राकृतिक सौन्दर्य का हर खूबसूरत आयाम रखता है।
मखमली घास से आच्छादित मैदान-लॉन यहां की खास खूबसूरती हैं। चौतरफा पर्वत श्रंखला यहां की इन्द्रधनुषी निराली छटा को आैर भी सुहाना बना देेती हैं। आैषधीय वनस्पतियों की प्रचुरता वाला मंजोलाई हिल स्टेशन पर्यटकों को एक खास ऊर्जा प्रदान करता है।
पर्यटक यहां खास तौर से भरपूर आक्सीजन का एहसास करते हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे फेफड़ों को पंख लग गये हों।
वस्तुत: मंजोलाई हिल स्टेशन पश्चिमी घाट का एक शानदार हिस्सा है। विशेषज्ञों की मानें तो मंजोलाई हिल स्टेशन एक शानदार एवं ऊर्जावान हिल स्टेशन है।
खास यह कि फूलों की विभिन्न प्रजातियां यहां पुष्पित एवं पल्लवित होती हैं। लिहाजा फूूलों एवं आैषधीय वनस्पतियों की सुगंध से परिवेश महकता रहता है।
इतना ही नहीं चाय एवं कॉफी के बागानों की विशेष खूशबू पर्यटकों के दिल एवं दिमाग को एक खास ताजगी प्रदान करती है।
विशेषज्ञों की मानें तो इसे वुडलैण्ड का खिताब हासिल है। कारण इस शानदार हिल स्टेशन पर विभिन्न प्रकार की लकड़ियों का खजाना है।
विशेषज्ञों की मानें तो मंजोलाई हिल स्टेशन की तुलना ऊटी से की जाती है। कारण यहां का प्राकृतिक सौन्दर्य, बेहतरीन जलवायु, शीतल एवं शांत वातावरण पर्यटकों को खास तौर से मुग्ध करता है।
पर्यटक यहां खुद को बेहद ऊर्जावान महसूस करते हैं। मंजोलाई हिल स्टेशन का मुख्य आकर्षण कोडाइयार बांध है। बांध की सुन्दरता अति दर्शनीय होती है।
चौतरफा प्रकृति की निराली छटा पर्यटकों पर एक जादूू सा करती है। मंजोलाई हिल स्टेशन एवं आसपास आकर्षक एवं सुन्दर स्थानों की एक लम्बी श्रंखला विद्यमान है।
मंजोलाई के आकर्षक स्थानों में कलक्कड़ मुंडनथुराई टाइगर रिजर्व, पापनासम डैम, मणिमुथर बांध सहित बहुत कुछ दर्शनीय है। चौतरफा सघन आैषधीय वन क्षेत्र मन को बेहद शांति प्रदान करता है। यहां के खास आकर्षण में शीतल एवं शांत झरनों की श्रंखला है।
मंजोलाई हिल स्टेशन को गरीबों का ऊटी भी कहा जाता है। मंजोलाई वस्तुत: चाय एवं कॉफी बागान के लिए खास तौर से जाना पहचाना जाता है।
कुथिरिवेट्टी: कुथिरिवेट्टी मंजोलाई हिल स्टेशन से करीब 8 किलोमीटर दूर स्थित है। कुथिरिवेट्टी में तीन भव्य-दिव्य बांध हैं।
कुथिरिवेट्टी: कुथिरिवेट्टी मंजोलाई हिल स्टेशन से करीब 8 किलोमीटर दूर स्थित है। कुथिरिवेट्टी में तीन भव्य-दिव्य बांध हैं।
मणिमुथार बांध, करैयार बांध एवं सेवलारू बांध हैं। सघन वन क्षेत्र का यह इलाका वन्य जीवन से भी आबाद रहता है। यहां चोटी पर एक प्रहरी दुर्ग भी है।
अगस्त्य वॉटर फॉल्स: अगस्त्य वॉटर फॉल्स वस्तुत: पापनासम में है। यहां एक प्राचीन शिव मंदिर भी है। इसे पापविनेश्वर मंदिर के रूप में जाना पहचाना जाता है। मान्यता है कि इस स्थान पर भगवान शिव एवं पार्वती ऋषि अगस्त से पहले प्रकट हुए थे।
गोल्फ कोर्स: गोल्फ कोर्स मंजोलाई हिल स्टेशन की शान है। वस्तुत: यह एक प्राकृतिक गोल्फ कोर्स है। पर्यटक यहां भरपूर आनन्द ले सकते हैं।
मंजोलाई हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट तूतीकोरिन एयरपोर्ट है। तूतीकोरिन एयरपोर्ट से मंजोलाई हिल स्टेशन की दूरी करीब 223 किलोमीटर है।
निकटतम रेलवे स्टेशन तिरूनेलवेली जंक्शन है। तिरूनेलवेली रेलवे स्टेशन सेे मंजोलाई हिल स्टेशन की दूरी करीब 57 किलोमीटर है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी मंजोलाई हिल स्टेशन की यात्रा कर सकते हैं।
10.818790,78.289703
10.818790,78.289703
No comments:
Post a Comment