रांची हिल स्टेशन: धरती का ताज
रांची हिल स्टेशन के प्राकृतिक सौन्दर्य को धरती का ताज कहा जाना चाहिए। जी हां, रांची हिल स्टेशन का प्राकृतिक सौन्दर्य अद्भुत एवं विलक्षण है।
चौतरफा प्राकृतिक सौन्दर्य की निराली छटा दिखती है। प्राकृतिक सौन्दर्य की यह इन्द्रधनुषी निराली छटा पर्यटकों को खास तौर से आकर्षित करती है।
रांची खास तौर से एक शानदार हिल स्टेशन के साथ ही भारत के प्रांत झारखण्ड की राजधानी होने का गौरव भी रखता है।
रांची को पूरब का मैनचेस्टर भी कहा जाता है। रांची हिल स्टेशन को शानदार पर्वत श्रंखलाओं एवं शानदार एवं झीलों-झरनों के लिए खास तौर से जाना पहचाना जाता है। रांची झील इस हिल स्टेशन का मुख्य आकर्षण है।
समुद्र तल से करीब 2140 फुट ऊंचाई पर स्थित रांची हिल स्टेशन पहाड़ी सौन्दर्य का शानदार आयाम है। पर्यटक यहां ट्रैकिंग एवं रॉक क्लाइबिंग का शौक पूरा कर सकते हैं। यहां की प्राकृतिक सुन्दरता निश्चय ही पर्यटकों को मुग्ध कर लेती है।
झारखण्ड का शाब्दिक आशय जंगल का क्षेत्र से होता है। इस आशय से ही स्पष्ट है कि रांची हिल स्टेशन वन सम्पदाओं से आच्छादित है। सदाबहार वन क्षेत्र एवं वन्य जीवन रांची हिल स्टेशन की खासियत है।
वस्तुत: रांची हिल स्टेशन किसी स्वर्ग से कम नहीं है। आैषधीय वनस्पतियों की प्रचुरता इस क्षेत्र को काफी कुछ खास बना देती है। यूं कहें कि रांची हिल स्टेशन आैषधीय वनस्पतियों का भण्डारण क्षेत्र है तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी।
पर्यटक रांची हिल स्टेशन की यात्रा के दौरान एक खास रोमांच का एहसास करते हैं। रांची हिल स्टेशन एवं आसपास सुन्दर एवं आकर्षक स्थलों की एक शानदार श्रंखला विद्यमान है।
खास तौर से रांची हिल्स, हुदरू फॉल्स, दशम फॉल्स, जोन्हा फॉल्स, रांची झील, पहाड़ी मंंदिर, जगन्नाथ मंदिर, बिरसा जूलॉजिकल पार्क, कांके बांध, रॉक गार्डेन, डियर पार्क आदि इत्यादि बहुत कुछ है।
खास यह कि रांची हिल स्टेशन की आैषधीय वनस्पतियों की प्रचुरता पर्यटकों को खास तौर से ऊर्जावान बना देती है। यहां की शीतल एवं शांत जलवायु पर्यटकों को खास ऊर्जा से भर देती है। ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे फेफड़ों को पंख लग जाते हों।
इस इलाके के दर्शनीय स्थलों में खास तौर से नेतारहाट, सती हिल्स, पारसनाथ पर्वत, खंडोली पर्वत आदि इत्यादि हैं। रांची हिल स्टेशन भ्रमण के लिए सितम्बर से मई की अवधि आदर्श समय माना जाता है।
नेतारहाट: नेतारहाट वस्तुत: झारखण्ड का अति दर्शनीय हिल स्टेशन है। यह हिल स्टेशन झारखण्ड के जिला लातेहार का हिस्सा है। इसे छोटा नागपुर की रानी भी कहा जाता है।
नेतारहाट वस्तुत: सूर्योदय एवं सूर्यास्त के लिए पर्यटकों के बीच खास तौर से प्रसिद्ध है। समुद्र तल से करीब 1071 मीटर की ऊंचाई पर स्थित नेतारहाट का अपना एक अलग ही आनन्द है। मानसून के लिए नेतारहाट एक शानदार एवं आदर्श हिल स्टेशन माना जाता है। प्रकृति प्रेमियों के लिए नेतारहाट किसी स्वर्ग से कम नहीं है।
सती हिल्स: सती हिल्स वस्तुत: झारखण्ड का मुख्य आकर्षण है। हजारीबाग जिला का यह हिल स्टेशन बडकागांव में स्थित है। यह हिल स्टेशन वस्तुत: रॉक पेंटिंग्स एवं बड़ी गुफाओं के लिए प्रसिद्ध है।
खास यह कि यह गुफा अति भव्य एवं दिव्य है। इसमें एक साथ दो सौ से अधिक पर्यटक प्रवेश कर सकते हैं। गुफा के आसपास का क्षेत्र अति दर्शनीय है।
पारसनाथ पर्वत: पारसनाथ पर्वत समुद्र तल से करीब 4500 फुट ऊंचाई पर स्थित है। पारसनाथ पर्वत वस्तुत: गिरिडीह जिला स्थित पहाड़ियों की एक बड़ी श्रंखला है।
प्राकृतिक खूबसूरती के साथ साथ इस इलाके का धार्मिक महत्व भी है। जैन धर्म के 23 वें तीर्थंकर पारसनाथ के नाम पर इस इलाके को जाना पहचाना जाता है।
खास यह कि इस पर्वत पर जैन धर्म के सभी 9 तीर्थंकर के मंदिर विद्यमान हैं। मान्यता है कि इन तीर्थंकर ने यहां मोझ प्राप्त किया था। धर्म के साथ ही प्रकृति प्रेमियों के लिए यह क्षेत्र बेहतरीन है।
रांची हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट रांची एयरपोर्ट है। रेलवे स्टेेशन भी रांची जंक्शन है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी रांची हिल स्टेशन की यात्रा कर सकते हैं।
23.369900,85.325279
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