मलयत्तुर हिल स्टेशन: धार्मिक पर्यटन
मलयत्तुर हिल स्टेशन को वस्तुत: धार्मिक पर्यटन कहा जाना चाहिए। जी हां, इस हिल स्टेशन का प्राकृतिक सौन्दर्य का अति दर्शनीय है तो वहीं इसकी धार्मिक मान्यता भी कम नहीं हैं।
मलयत्तुर वस्तुत: ईसाई समुदाय का तीर्थ है। भारत के केरल प्रांत के एर्नाकुलम जिला का एक छोटा सा गांव मलयत्तुर खास तौर से ईसाईयों के महातीर्थ के तौर पर जाना पहचाना जाता है।
हालांकि धर्म के साथ-साथ यहां की प्राकृतिक सुन्दरता भी पर्यटकों को मुग्ध कर लेती है। ढ़लान वाली पर्वत श्रंृखलाओं एवं सुन्दर खेतों के मनोरम दृश्य पर्यटकों के दिलों में छा जाते हैं। खास यह कि मलयत्तुर हिल स्टेशन के चर्च अपनी सुन्दरता एवं नक्काशी के लिए वैश्विक स्तर पर जाने पहचाने जाते हैं।
रोलिंग पहाड़ियां मलयत्तुर हिल स्टेशन की शान एवं शोभा हैं। मान्यता है कि यहां पर्वत चोटी पर सेंट थॉमस ने प्रभु ईसा मसीह से प्रार्थना की थी। लिहाजा इस स्थान को आस्था एवं विश्वास की दृष्टि से देखा जाता है।
अंगमाली से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित मलयत्तुर हिल स्टेशन पर्यटकों को एक मखमली एहसास देता है। घाटियों-वादियों का स्वर अनुगूंजन मन मस्तिष्क को रोमांचित कर देता है। विशेषज्ञों की मानें तो मलयत्तुर का शाब्दिक अर्थ पहाड़, नदी एवं जमीन का संयुक्त स्वरूप है।
कोच्चि से करीब 52 किलोमीटर दूर स्थित मलयत्तुर हिल स्टेशन का मुख्य आकर्षण सेंट थॉमस चर्च है। इसे मलयत्तुर चर्च के नाम से जाना पहचाना जाता है। इसे केरल का सबसे महत्वपूर्ण ईसाई तीर्थ माना जाता है। स्थापत्य कला के इस सुन्दर चर्च में सेंट थॉमस की आदमकद प्रतिमा भी स्थापित है।
मलयत्तुर हिल स्टेशन वस्तुत: पश्चिमी घाट का एक शानदार आंशिक हिस्सा है। खास तौर से पेरियार नदी का प्रवाह अति दर्शनीय प्रतीत होता है। मलयत्तुर हिल स्टेशन से ही कुछ दूर पर आदि शंकराचार्य की जन्मस्थली कैलाड़ी है।
कैलाड़ी पर्यटकों के बीच खास प्रसिद्ध है। यहां झीलों-झरनों का सौन्दर्य देखते ही बनता है। पर्यटक यहां जलक्रीड़ा का भरपूर लुफ्त ले सकते हैं। चाय एवं कॉफी के बागान का भी यहां अपना एक अलग ही सौन्दर्य है। चाय एवं काफी के बागान की सुगंध पर्यटकों के मन मस्तिष्क को प्रफुल्लित कर देती है।
लिहाजा पर्यटक एक खास ऊर्जा का एहसास करते हैं। आैषधीय वनस्पतियों के सघन वन क्षेत्र मलयत्तुर हिल स्टेशन के मुख्य आकर्षण हैं। आैषधीय वनस्पतियों की सुगंध पर्यटकों को एक खास ताजगी का एहसास कराती हैं।
खास यह कि मलयत्तुर हिल स्टेशन एवं आसपास रेल यात्रा करना बेहद रोमांचक होता है। कारण रेल सघन वन क्षेत्र से गुजरती हैं। जिससे पर्यटक पहाड़, झील, झरना एवं घाटियों-वादियों का आनन्द लेते हैं। पर्यटक इस यात्रा के दौरान उत्साह से लबरेज हो जाते हैं। मलयत्तुर हिल स्टेशन की जलवायु एक शांत शीतलता प्रदान करती है।
मलयत्तुर हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट कोचीन एयरपोर्ट है। एयरपोर्ट से मलयत्तुर हिल स्टेशन की दूरी करीब 18 किलोमीटर है। निकटतम रेलवे स्टेशन अलुवा जंक्शन है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी मलयत्तुर हिल स्टेशन की यात्रा कर सकते हैं।
9.994340,76.276760
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