Monday, 1 July 2019

सात ताल हिल स्टेशन: झीलों का संगम

   सात ताल हिल स्टेशन को जलक्रीड़ा का अद्भुत एवं विलक्षण केन्द्र कहा जाना चाहिए। जी हां, जल पर्यटन का लुफ्त लेना हो तो सात ताल हिल स्टेशन से बेहतरीन कुछ भी नहीं हो सकता। 

   सात ताल हिल स्टेशन वस्तुत: सात सुन्दर झीलों का संगमन स्थल है। भारत के उत्तराखण्ड के कुमाऊं मण्डल का यह शानदार हिल स्टेशन अनोखा एवं नैसर्गिक सौन्दर्य की आभा से लबरेज है। उत्तराखण्ड के नैनीताल से करीब 21 किलोमीटर दूर स्थित सात ताल प्राकृतिक सौन्दर्य की नैसर्गिक आभा से परिवेश को आलोकित करता है। 

  भीमताल से करीब 4 किलोमीटर दूर स्थित सात ताल हिल स्टेशन सुन्दर पर्वत मालाओं से घिरा एक अति दर्शनीय हिल स्टेशन है। बांस के सघन वन क्षेत्र से चौतरफा घिरा यह हिल स्टेशन पर्यटकों को एक रोमांचक एहसास कराता है।

    समुद्र तल से करीब 1371 मीटर ऊंचाई पर स्थित सात ताल हिल स्टेशन वस्तुत: सात झीलों का एक समूह है। इनमें खास तौर से तीन तालों को राम, लक्ष्मण एवं सीता के नाम से जाना पहचाना जाता है। इन सभी तालों की विशेषता है कि यह सभी ताल एक दूसरे से ताल्लुक रखते हैं। 

   लिहाजा इनको सात ताल कहा जाता है। झीलों का यह समूह नैसर्गिक सौन्दर्य के लिए खास तौर से जाना पहचाना जाता है। इनका कलात्मक स्वरूप भी खास विख्यात है। कुमाऊं मण्डल में इन तालों को सर्वोत्तम माना जाता है। 

   पर्यटक इन सुन्दर झीलों में नौका विहार का भरपूर आनन्द ले सकते हैं। नौका विहार की व्यवस्थायें पर्यटकों को उपलब्ध रहती हैं। उत्तराखण्ड के पर्यटन विभाग ने इस क्षेत्र को सैलानी क्षेत्र घोषित किया है। झीलों के कोनों-किनारों पर पर्यटकों को बैठने की व्यवस्थायेें हैं। जिससे पर्यटक झीलों के प्राकृतिक सौन्दर्य का भरपूर आनन्द ले सकें।

   सुन्दर पुलों की संरचना, सीढ़ियों का सौन्दर्य, बैठने के लिए सीटों की संरचना आदि इत्यादि सात ताल को स्वर्ग जैसा बना देती हैं। यह ताल समूह प्राकृतिक सौन्दर्य की दृष्टि से सर्वोपरि हैं। नौकुचिया देवी का मंदिर इस प्राकृतिक सौन्दर्य में धर्म का एक शानदार सितारा है।

   विशेषज्ञों की मानें तो इन शानदार झीलों की तुलना इग्लैण्ड की वेस्टमोरलैण्ड से की जाती है। सात ताल की यात्रा सर्वप्रथम झील नल दमयंती ताल के रूप में पर्यटकों का शानदार स्वागत करती है। इसके निकट ही अमेरिकी मिशनरी स्टैनले जाँस का आश्रम है। इसके आगे झील पन्ना गरुण झील है। 

   इसके कुछ आगे राम, लक्ष्मण एवं सीता झीलों का समूह है। भवाली से करीब 13 किलोमीटर दूर स्थित सात ताल हिल स्टेशन प्रकृति का शानदार एवं नायाब तोहफा है। सात ताल से करीब 17 किलोमीटर दूर नौकुचिया ताल एक अति दर्शनीय एवं प्रसिद्ध स्थान है। 

   वस्तुत: यह इलाका पैराग्लाइडिंग के लिए खास तौर से प्रसिद्ध है। नौकुचिया ताल पर हनुमान जी का भव्य दिव्य मंदिर है। समुद्र तल से करीब 4000 फुट की ऊंचाई पर स्थित यह ताल अति दर्शनीय है। इसके आंतरिक रुाोत में एक शानदार झरना है।

   जिससे इस ताल में वर्ष पर्यंत जल बना रहता है। इस सुन्दर ताल में नौ कोने हैं। मान्यता है कि इन नौ कोने के दर्शन करने वाले व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। वस्तुत: नौकुचियाताल एक छोटा सा गांव है। इस गांव को इस झील ने प्रसिद्ध बना दिया। 

  खास यह कि सात ताल, भीमताल एवं नौकुचियाताल आदि इत्यादि सभी सुन्दर झीलें 4 से 6 किलोमीटर के दायरे में स्थित हैं। खास यह कि पूरा इलाका सघन वन क्षेत्र से आच्छादित है। लिहाजा पक्षियों के कलरव-कोलाहल से परिवेश अनुगूंजित रहता है। पक्षियों को निहारना अदि सुन्दर एहसास कराता है।

   सात ताल हिल स्टेशन की यात्रा के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट पंतनगर है। निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम जंक्शन है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी सात ताल हिल स्टेशन की यात्रा कर सकते हैं।
29.379910,79.477390

No comments:

Post a Comment

फागू हिल स्टेशन: रोमांचक एहसास    फागू हिल स्टेशन निश्चय ही दिल एवं दिमाग को एक सुखद शांति एवं शीतलता प्रदान करेगा। फागू हिल स्टेशन आकार...