मण्डी हिल स्टेशन: धरती का श्रंगार
मण्डी हिल स्टेशन कोे धरती का श्रंगार कहा जाना चाहिए। मण्डी का प्राकृतिक सौन्दर्य एक जादुई आकर्षण रखता है।
लिहाजा मण्डी हिल स्टेशन वैश्विक पर्यटकों का पसंदीदा पर्यटन है। भारत के हिमाचल प्रदेश का मण्डी वस्तुत: एक सुन्दर एवं शानदार शहर है। चौतरफा प्रकृति का सुन्दर परिदृश्य पर्यटकों को बरबस आकर्षित करता है।
समुद्र तल से करीब 1044 मीटर ऊंचाई पर स्थित मण्डी हिल स्टेशन प्रकृति का नायाब तोहफा है। व्यास नदी के किनारे रचा-बसा मण्डी हिल स्टेशन का सर्दियों एवं गर्मियों में एक अलग ही आनन्द रहता है। मण्डी को माण्डव भी कहा जाता है।
विशेषज्ञों की मानें तो ऋषि माण्डव ने यहां तपस्या की थी। मण्डी में ऋषि माण्डव की अलौकिक शक्तियां अभी विद्यमान हैं। आबादी के लिहाज से देखें तो मण्डी हिमाचल प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा शहर है।
पर्यटन की दृष्टि से मण्डी हिल स्टेशन को कई नामों से जाना पहचाना जाता है। वाराणसी आफ हिल्स, छोटी काशी एवं हिमाचल की काशी भी कहा जाता है। इसके पीछे धार्मिक मनोभावना है।
विशेषज्ञों की मानें तो मण्डी को हिमाचल की काशी कहने का मनोभाव यह है कि काशी में मंदिरों की संख्या 80 है, जबकि मण्डी में मंदिरों की संख्या 81 है। लिहाजा मण्डी कोे हिमाचल प्रदेश का काशी माना जाता है। महलों एवं मंदिरों की खासियत रखने वाला मण्डी वास्तुशिल्प का शानदार अनुकरण है। यहां का वास्तुशिल्प अति दर्शनीय है।
मण्डी हिल स्टेशन का मूल आकर्षण प्राकृतिक सौन्दर्य एवं पर्वत श्रंृखला है। मंदिरों की संरचना अद्भुत एवं अकल्पनीय है। यहां की वास्तुकला पर्यटकों को सम्मोहित करती है। खास यह कि मण्डी हिल स्टेशन पत्थरों की कलात्मकता एवं नक्काशी के लिए खास तौर से प्रसिद्ध है।
मण्डी हिल स्टेशन एवं आसपास आदर्श एवं आकर्षक स्थानों की एक लम्बी श्रंृखला विद्यमान है। इनमेें खास तौर रिवालसर झील, त्रिलोकनाथ शिव मंदिर, भूतनाथ मंदिर, श्यामाकाली मंदिर, सुन्दर नगर, जंजैहली, अद्र्धनारीश्वर मंदिर, तता पानी, बरोट, कमरुनाग, पराशर झील आदि इत्यादि बहुत कुछ है।
रिवालसर झील: रिवालसर झील वस्तुत: मण्डी हिल स्टेशन का मुख्य आकर्षण है। मण्डी से करीब 25 किलोमीटर दूर स्थित रिवालसर झील द्वीपों के लिए खास तौर से प्रसिद्ध है। इसमेंं सात द्वीप हैं। यह हवा एवं पानी से हिलते रहते हैं। प्रार्थना के लिए यहां एक बौद्ध मठ है। सिख गुरुद्वारा एवं मंदिर भी यहां खास हैं।
रिवालसर झील: रिवालसर झील वस्तुत: मण्डी हिल स्टेशन का मुख्य आकर्षण है। मण्डी से करीब 25 किलोमीटर दूर स्थित रिवालसर झील द्वीपों के लिए खास तौर से प्रसिद्ध है। इसमेंं सात द्वीप हैं। यह हवा एवं पानी से हिलते रहते हैं। प्रार्थना के लिए यहां एक बौद्ध मठ है। सिख गुरुद्वारा एवं मंदिर भी यहां खास हैं।
त्रिलोकीनाथ शिव मंदिर: त्रिलोकीनाथ शिव मंदिर नागरी शैली मेें संरचित यह मंदिर वास्तुकला का शानदार अंलकरण है। इसकी छत टाइल्स नुमा है। यह संरचना बेहद आकर्षक प्रतीत होती है।
मंदिर से चौतरफा प्रकृति का शानदार एवं अद्भुत दृश्य दिखता है। खास यह कि मंदिर में भगवान शिव को तीनों लोकों के देव के रूप में चित्रित किया गया है। भगवान शिव की प्रतिमा यहां पंचानन रूप में है। इसमें भगवान शिव के पांच स्वरूप दर्शित हैं।
भूतनाथ मंदिर: भूतनाथ मंदिर मण्डी के मध्य में स्थित है। मंदिर का निर्माण 1527 में किया गया था। मंदिर में दिव्य-भव्य नंदी की प्रतिमा भी स्थापित है।
श्यामाकाली मंदिर: श्यामाकाली मंदिर मण्डी की टारना पहाड़ी पर स्थित है। मंदिर को टारना मंदिर भी कहा जाता है। मान्यता है कि इसका निर्माण राजा श्याम सेन ने 1658 में कराया था। यह मंदिर वस्तुत: भगवान शिव पत्नी की सती को समर्पित है।
श्यामाकाली मंदिर: श्यामाकाली मंदिर मण्डी की टारना पहाड़ी पर स्थित है। मंदिर को टारना मंदिर भी कहा जाता है। मान्यता है कि इसका निर्माण राजा श्याम सेन ने 1658 में कराया था। यह मंदिर वस्तुत: भगवान शिव पत्नी की सती को समर्पित है।
सुन्दर नगर: सुन्दर नगर मण्डी हिल स्टेशन से करीब 26 किलोमीटर दूर स्थित एक शानदार एवं सुन्दर शहर है। खूबसूरत हरी-भरी घाटियों-वादियों वाला यह छोटा सा शहर प्रकृति का सुन्दर उपहार है। पहाडी के उपर सुखदेव वाटिका एवं महामाया का मंदिर है। हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट यहां का खास है।
जंजैहली : जंजैहली मण्डी हिल स्टेशन की शान एवं शोभा है। मण्डी हिल स्टेशन से करीब 82 किलोमीटर दूर स्थित जंजैहली को प्रकृति का ह्मदय कहा जा सकता है। शानदार एवं खूबसूरत दृश्य पर्यटकों को मुग्ध कर लेते हैं।
अद्धनारीश्वर मंदिर : अद्र्धनारीश्वर मंदिर स्थापत्य कला का शानदार उदाहरण एवं संरचना है। भगवान शिव एवं पार्वती का अद्र्ध स्वरूप दर्शित है।
तता पानी: तता पानी एक अति दर्शनीय एवं खूबसूरत स्थान है। समुद्र तल से करीब 656 मीटर ऊंचाई पर स्थित तता पानी अपने अलौकिक सौन्दर्य के लिए प्रसिद्ध है। इसे अलौकिक शक्तियों से युक्त माना जाता है। इसके जल से शारीरिक कष्टों का निवारण होता है।
तता पानी: तता पानी एक अति दर्शनीय एवं खूबसूरत स्थान है। समुद्र तल से करीब 656 मीटर ऊंचाई पर स्थित तता पानी अपने अलौकिक सौन्दर्य के लिए प्रसिद्ध है। इसे अलौकिक शक्तियों से युक्त माना जाता है। इसके जल से शारीरिक कष्टों का निवारण होता है।
मण्डी हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट भुंटर एयरपोर्ट शिमला है। एयरपोर्ट से मण्डी हिल स्टेशन की दूरी करीब 63 किलोमीटर है।
निकटतम रेलवे स्टेशन कीरतपुर जंक्शन है। कीरतपुर जंक्शन से मण्डी हिल स्टेशन की दूरी करीब 125 किलोमीटर है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी मण्डी हिल स्टेशन की यात्रा कर सकते हैं।
31.708401,76.932198
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