महेन्द्रगिरी हिल स्टेशन : धार्मिक पर्यटन
महेन्द्रगिरी हिल स्टेशन को प्राकृतिक सौन्दर्य का आदर्श आयाम कहा जाना चाहिए। जी हां, महेन्द्रगिरी हिल स्टेशन का प्राकृतिक सौन्दर्य शानदार एवं अनुपम है।
वस्तुत: यह हिल स्टेशन एक आदर्श धार्मिक पर्यटन स्थल है। भारत के ओड़िशा के गजपति जिला का यह शानदार हिल स्टेशन भगवान परशुराम, रामायण एवं महाभारत के कथानकों के लिए खास तौर से जाना पहचाना जाता है।
समुद्र तल से करीब 1500 मीटर ऊंचाई पर स्थित महेन्द्रगिरी हिल स्टेशन पर चौतरफा आैषधीय वनस्पतियों का अति समृद्ध खजाना है। जिससे पर्यटक एक सुखद आनन्द की अनुभूति करते हैं। महेन्द्रगिरी हिल स्टेशन खनिज सम्पदाओं की समृद्धता के लिए भी जाना पहचाना जाता है।
विशेषज्ञों की मानें तो महेन्द्रगिरी हिल स्टेशन पूर्वी घाटों की दूसरी सबसे ऊंची चोटी है। ओड़िशा के दक्षिण क्षेत्र में स्थित यह हिल स्टेशन अपने प्राकृतिक सौन्दर्य के लिए वैश्विक स्तर पर जाना पहचाना जाता है।
विशेषज्ञों की मानें तो महेन्द्रगिरी पर्वत चोटी का उल्लेख शास्त्रों में भी मिलता है। लिहाजा इसका अपना एक अलग धार्मिक महत्व है। मान्यता है कि महेन्द्रगिरी हिल स्टेशन पर आज भी भगवान परशुराम मौजूद हैं।
ओड़िशा के गजपति जिला के परालाखेमंुड़ी स्थित महेन्द्रगिरी हिल स्टेशन को भगवान परशुराम की तप स्थली माना जाता है। विशेषज्ञों की मानें तो हनुमान, अश्वत्थामा की भांति भगवान परशुराम को भी चिरंजीवी माना जाता है। महेन्द्रगिरी पर्वत वस्तुत: ओड़िशा के गजपति से लेकर मदुरै तक फैला हुआ है। खास यह कि पूर्वी घाट की यह पर्वत श्रंृखला ओड़िशा से लेकर गोंडवाना तक फैली हुयी हैं।
आैषधीय वनस्पतियों की समृद्धता के साथ ही नदियां, झीलें एवं झरना आदि इत्यादि महेन्द्रगिरी हिल स्टेशन की शान एवं शोभा हैं। खास तौर से पितृसोमा नदी, त्रिमासा नदी, ऋषिकुल्या नदी, इक्षुका नदी, त्रिविदा नदी, लांगुलिनी नदी एवं वंशधरा नदी महेन्द्रगिरी हिल स्टेशन एवं आसपास के इलाके की शान एवं शोभा हैं।
महेन्द्रगिरी हिल स्टेशन एवं आसपास के इलाके में पौराणिक महत्व एवं मान्यता पर आधारित मंदिरों की एक लम्बी श्रंृखला विद्यमान है। इनमें खास तौर से भीम मंदिर, कुंती मंदिर, युधिष्ठिर मंदिर एवं ब्राह्मा का मंदिर आदि इत्यादि हैं।
खास यह कि महेन्द्रगिरी हिल स्टेशन पर एक शांत सुरम्यता पर्यटकों को सम्मोहित करती है। पर्यटक महेन्द्रगिरी हिल स्टेशन पर आनन्द का एक मखमली एहसास करते हैं। चौतरफा पर्वतों की शानदार ऊंची-ऊंची चोटियां, घाटियां-वादियां पर्यटकों को लुभाती हैं।
फूलों एवं आैषधीय वनस्पतियों की सुगंध पर्यटकों के दिल एवं दिमाग को प्रफुल्लित कर देती है। पर्यटकों को महेन्द्रगिरी हिल स्टेशन पर भरपूर आक्सीजन का एहसास होता है। ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे फेफड़ों को पंख लग गये हों।
महेन्द्रगिरी हिल स्टेशन पर सूर्योदय एवं सूर्यास्त की दर्शनीयता अति लुभावनी होती है। लालित्य एवं सौन्दर्य का अनुपम दर्शन पर्यटकों के दिल एवं दिमाग पर अमिट छाप छोड़ता है।
बादलों का खिलंदड़पन बेहद रोमांचक होता है। पर्यटकों को एहसास होता है कि जैसे बादल उनकी गोद में हों या फिर वह बादलों की गोद में हों। एक शीतल स्पर्श पर्यटकों के दिलों को झकझोर जाता है।
महेन्द्रगिरी हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट भुवनेश्वर एयरपोर्ट है। भुवनेश्वर एयरपोर्ट से महेन्द्रगिरी हिल स्टेशन की दूरी करीब 245 किलोमीटर है।
निकटतम रेलवे स्टेशन मंडसा रोड रेलवे स्टेशन है। मंडसा रोड रेेलवे स्टेशन से महेन्द्रगिरी हिल स्टेशन की दूरी करीब 51 किलोमीटर है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी महेन्द्रगिरी हिल स्टेशन की यात्रा कर सकते हैं।
19.197940,84.121670
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