Thursday, 17 October 2019

सावंतवाड़ी हिल स्टेशन : धरती का ताज

   सावंतवाड़ी हिल स्टेशन को धरती का ताज कहा जाना चाहिए। झीलें-झरने एवं नदियां इस शानदार हिल स्टेशन की शान एवं शोभा हैं। 

   चौतरफा पर्वत श्रंृखला की खूबसूरती सावंतवाड़ी हिल स्टेशन की प्राकृतिक सुन्दरता में चार चांद लगा देती है। भारत के महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिला का यह शानदार हिल स्टेशन अति दर्शनीय है। 

   समुद्र तल से करीब 690 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सावंतवाड़ी हिल स्टेशन का काफी कुछ विशिष्टतायें रखता है। सावंतवाड़ी को प्रकृति की गोद कहें तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी। खास यह कि सावंतवाड़ी हिल स्टेशन का प्राकृतिक परिवेश अत्यधिक सुन्दर है तो वहीं इसका सांस्कृतिक गौरव भी बेहतरीन है। 

   महाराष्ट्र के दक्षिण-पश्चिम में रचा-बसा सावंतवाड़ी भले ही एक छोटा शहर हो लेकिन प्राकृतिक सम्पदाओं से अति समृद्ध है। विशेषज्ञों की मानें तो इस इलाके में कभी सावंत वंश का शासन था लिहाजा इस इलाके को सावंतवाड़ी के नाम से जाना पहचाना जाने लगा। 

   अरब सागर के पश्चिमी घाटों का यह इलाका सावंतवाड़ी हिल स्टेशन बेहद शांत एवं शीतल है। काव्य प्रेमियों के लिए यह इलाका किसी स्वर्ग से कम नहीं है। आैषधीय वनस्पतियों की प्रचुरता वाला यह इलाका पर्यटकों कोे बेहद पंसद है। 

   सावंतवाड़ी हिल स्टेशन की आैषधीय जड़ी-बूटियां पर्यटकों को स्वास्थ्यवर्धक परिवेश देने में बेहद सहायक साबित होती हैं। पर्यटक यहां एक सुखद ताजगी का एहसास करते हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे फेफड़ों को पंख लग जाते हों।

   सावंतवाड़ी हिल स्टेशन वस्तुत: पर्यटकों के दिलों में छा जाता है। यादों को अंतहीन बनाना सावंतवाड़ी हिल स्टेशन की खासियत है। कोंकण बेल्ट का यह इलाका एक आदर्श पिकनिक स्पॉट भी है। पर्यटक सावंतवाड़ी पर कोंकण स्वाद के चटखारे भी ले सकते हैं।

   गोवा के समुद्र तट से कुछ दूर स्थित सावंतवाड़ी हिल स्टेशन अपनी खास खूबसूरती से वैश्विक पर्यटकों को आकर्षित करता है। कोंकण खाना खजाना की अति विशिष्टता रखता है तो वहीं संस्कृति, कला एवं शिल्प के लिए भी खास ख्याति रखता है। कला-संस्कृति एवं शिल्प समृद्ध सावंतवाड़ी की जीवन शैली बेहद शांत एवं शालीनता वाली है। 

    प्राचीनकाल में सावंतवाड़ी मराठा साम्राज्य की शान एवं शोभा रहा है। नारियल एवं ताड़ के शानदार वृक्ष पर्यटकों को खास तौर से आकर्षित करते हैं। जाहिर सी बात है कि नारियल के पेड़ होने के कारण नारियल का उत्पाद भी विशिष्ट है। लिहाजा नारियल सावंतवाड़ी के भोज्य पदार्थ का एक अभिन्न हिस्सा रहता है।

   भोज्य पदार्थ में नारियल की प्रचुरता भोजन को काफी कुछ विशिष्ट बना देती है। इस भोजन का स्वाद पर्यटक लम्बे समय तक नहीं भूल पातेे हैं। पर्यटक सावंतवाड़ी हिल स्टेशन पर सैरसपाटा करने के साथ ही कलात्मक एवं हस्तशिल्प उत्पादों की खरीदारी भी कर सकतेे हैं। 

   सावंतवाड़ी की कलाकृतियां पर्यटकों को खास तौर से लुभाती हैं। सावंतवाड़ी का बांस का हस्तशिल्प उत्पाद बेहद प्रसिद्ध है। लिहाजा पर्यटक सावंतवाड़ी में हस्तशिल्प उत्पाद खरीदना नहीं भूलते हैं। यहां के हस्तशिल्प उत्पाद की खूबसूरती देखते ही बनती है। 
   सावंतवाड़ी हिल स्टेशन की पौराणिकता ऐतिहासिकता का भी अपना एक अलग महत्व है। यहां की प्राचीन इमारतें एवं अन्य संरचनायें बेहद दर्शनीय है। 

    सावंतवाड़ी हिल स्टेशन की यात्रा के दौरान पर्यटकों को मोती तालाब, रॉयल पैलेस, अत्मेश्वर तली, नरेन्द्र गार्डेन, हनुमान मंदिर एवं विठ्ठल मंदिर की यात्रा अवश्य करनी चाहिए। सबसे दिलचस्प यह कि सावंतवाड़ी हिल स्टेशन पर ग्रामीण भारत की एक शानदार झलक देखने को मिलती है।

    सावंतवाड़ी हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट डोबोलीन एयरपोर्ट गोवा है।
   डोबोलीन एयरपोर्ट से सावंतवाड़ी हिल स्टेशन की दूरी बहुत अधिक नहीं है। निकटतम रेलवेे स्टेशन सावंतवाड़ी जंक्शन है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी सावंतवाड़ी हिल स्टेशन की यात्रा कर सकते हैं।
15.932130,73.753920

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