Sunday, 20 October 2019

कुद्रेमुख हिल स्टेशन : अद्भुत एवं विलक्षण

   कुद्रेमुख हिल स्टेशन का प्राकृतिक सौन्दर्य अद्भुत एवं विलक्षण कहा जाना चाहिए। जी हां, कुद्रेमुख का प्राकृतिक सौन्दर्य निश्चय ही अतुलनीय है। 

  भारत के कर्नाटक प्रांत के चिकमगलूर का यह शानदार हिल स्टेशन काफी कुछ विशिष्टताएं रखता है। शायद इसी लिए कुद्रेमुख हिल स्टेशन वैश्विक पर्यटकों का बेहद पसंदीदा है। कुद्रेमुख हिल स्टेशन को दक्षिण भारत के पर्यटन की शोभा एवं शान माना जाता है। 

   समुद्र तल से करीब 1100 मीटर की ऊंचाई पर कुद्रेमुख हिल स्टेशन प्रकृति का अनुपम खजाना है। कुद्रेमुख हिल स्टेशन पर्यटकों को बादलों से दोस्ती का रोमांचक अवसर प्रदान करता है। बादलों का खिलंदड़पन पर्यटकों को रोमांचित कर देता है।

   बादलों का खिलंदड़पन कभी पर्यटकों को पुलकित कर देता है तो कभी बादल पर्यटकों के साथ साथ चहलकदमी करते हैं। खास यह कि चाय, कॉफी, इलायची के बागानों की एक लम्बी श्रंृखला कुद्रेमुख हिल स्टेशन एवं आसपास विद्यमान है। लिहाजा पूरा इलाका चाय, कॉफी एवं इलायची की खुशबू से महकता रहता है।

   कुद्रेमुख हिल स्टेशन के चाय बागानों की चाय, कॉफी एवं इलायची आदि इत्यादि उत्पादों की खुशबू विदेशों तक फैली है। कुद्रेमुख हिल स्टेशन की चाय, कॉफी एवं इलायची विदेशों में बेहद पसंद की जाती है। यहां की विविध खुशबू से पर्यटक बेहद प्रफुल्लित हो उठते हैं।

  शायद यही विशिष्टता देश विदेश के पर्यटकों को कुद्रेमुख हिल स्टेशन की ओर आकर्षित करती है। मखमली घास के विशाल मैदानों एवं ढ़लानों वाला यह हिल स्टेशन वस्तुत: पश्चिमी घाट का एक अति दर्शनीय हिस्सा है। कुद्रेमुख हिल स्टेशन को ट्रैकिंग का स्वर्ग भी कहा जाता है।

   आैषधीय वनस्पतियों से आच्छादित सघन वन क्षेत्रों का यह इलाका अति दर्शनीय है। विशेषज्ञों की मानें तोे कुद्रेमुख करीब 600 वर्ग किलोमीटर दायरे में फैला है। 
   झील, झरनें एवं नदियां इस शानदार हिल स्टेशन की शान एवं शोभा हैं। तुंगा एवं भद्रा आदि इत्यादि नदियां पर्यटकों को अद्भुत रोमांचक एहसास कराती हैं। पर्यटक इन नदियों में राफ्टिंग एवं नौकायन का आनन्द ले सकते हैं।

   चौतरफा पर्वत श्रंृखलाओं एवं घाटियों-वादियों वाला यह इलाका अति दर्शनीय है। इतना ही नहीं, पर्यटक लाख्या बांध, गंगामूला पर्वत एवं हनुमान गुंडी झरना की यात्रा कर एक सुखद एवं रोमांचक एहसास कर सकते हैं। हनुमान गुंडी झरना बेहद आकर्षक है। 

  करीब 100 फुट की ऊंचाई सेे गिरने वाले इस झरने का दृश्यावलोक अति सुन्दर है। प्राकृतिक चट्टानों की संरचनाओं वाला यह झरना इस इलाके की शान माना जाता है।

  पर्यटक कुद्रेमुख पर राधा कृष्ण मंदिर की यात्रा कर धर्म एवं आध्यात्म की गंगोत्री में गोते लगा सकते हैं। कुद्रेमुख हिल स्टेशन को एक शांत-शीतल एवं आदर्श पिकनिक स्पॉट भी कह सकते हैं। 

   कुद्रेमुख हिल स्टेशन को विविधिता का अनुपम संगम भी कह सकते हैं। कुद्रेमुख हिल स्टेशन वस्तुत: प्राकृतिक सम्पदाओं का अति समृद्ध क्षेत्र है। पर्यटक कुद्रेमुख हिल स्टेशन पर ट्रैकिंग एवं पर्वतारोहण का शौक भी पूरा कर सकते हैं।

  खास तौर से कुद्रेमुख हिल स्टेशन साहसिक गतिविधियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। प्राकृतिक सौन्दर्य की विविधिताओं से आच्छादित कुद्रेमुख हिल स्टेशन विश्व पर्यटन परिदृश्य पर खास स्थान रखता है। 
  कुद्रेमुख चोटी : कुद्रेमुख चोटी कुद्रेमुख हिल स्टेशन का मुख्य आकर्षण है। समुद्र तल से करीब 1894 मीटर की ऊंचाई पर स्थित कुद्रेमुख चोटी अति दर्शनीय एवं अति रोमांचक है। कुद्रेमुख चोटी से पर्यटक चौतरफा प्राकृतिक सौन्दर्य की अनुपम एवं निराली छटा को निहार सकते हैं। 
   इस चोटी की यात्रा बेहद साहसिक एवं रोमांचक होती है। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह इलाका किसी स्वर्ग से कम नहीं है। अरब सागर से जुड़ा यह इलाका किसी स्वप्नलोक की तरह है।
   कुद्रेमुख हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट मंगलोर एयरपोर्ट है। मंगलोर एयरपोर्ट से कुद्रेमुख हिल स्टेशन की दूरी करीब 113 किलोमीटर है। निकटतम रेलवे स्टेशन कादुर जंक्शन है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी कुद्रेमुख हिल स्टेशन की यात्रा कर सकते हैं।
13.220400,75.251400

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