नेेतरहाट: सौन्दर्य का अद्भुत संगम
नेतरहाट को प्राकृतिक सौन्दर्य का अद्भुत एवं विलक्षण संगम कहा जाना चाहिए। जी हां, नेतरहाट का प्राकृतिक सौन्दर्य अति दर्शनीय है। ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे धरती पर स्वर्ग उतर आया हो।
भारत के झारखण्ड के लातेहार का यह शानदार एवं सुन्दर पर्यटन स्थल पर्यटकों का बेहद पसंदीदा क्षेत्र है। नेतरहाट वस्तुत: आदिवासी बाहुल्य इलाका है। लिहाजा पर्यटक यात्रा के दौरान आदिवासी संस्कृति का भी आनन्द ले सकते हैं।
आैषधीय वनस्पतियों से आच्छादित सघन वन क्षेत्र नेतरहाट की विशिष्टता है। लिहाजा नेतरहाट का इलाका आैषधीय वनस्पतियों की सुगंध से महकता रहता है। नेतरहाट का स्थानीयता में शाब्दिक अर्थ 'बांस का बाजार" होता है।
वस्तुत: देखेें तो प्रकृति ने नेतरहाट को बहुत ही खूबसूरती से सजाया है। समुद्र तल से करीब 3622 फुट की ऊंचाई पर स्थित नेतरहाट झारखण्ड का एक अति दर्शनीय पर्यटन क्षेत्र है।
झारखण्ड की राजधानी रांची से करीब 150 किलोमीटर दूर स्थित नेतरहाट अपने अद्भुत एवं विलक्षण सौन्दर्य के लिए वैश्विक ख्याति रखता है।
खास यह है कि नेतरहाट पर प्रकृति के शानदार दर्शन होते हैं। सूर्योदय एवं सूर्यास्त का लालिल्य एवं इन्द्रधनुषी छटा देखते ही बनती है। इसे छोटा नागपुर की रानी भी कहा जाता है। नेतरहाट की विशिष्टता झील एवं झरने हैं।
लिहाजा इनका अवलोकन किये बिना नेतरहाट की यात्रा अधूरी होगी। नेतरहाट एवं आसपास प्राकृतिक सौन्दर्य से लबरेज एवं सुन्दर स्थानों की एक लम्बी श्रंखला विद्यमान हैं। इनमें खास तौर से सनराइज प्वाइंट, मंगोलिया प्वाइंट, ऊपरी घाघरी झरना, निचली घाघरी झरना, लोध झरना एवं चीड़ वन आदि इत्यादि हैं।
सनराइज प्वाइंट: सनराइज प्वाइंट नेतरहाट का विशिष्ट स्थान है। खास यह है कि उगते सूरज का दर्शन बेहद रोमांचक एवं दर्शनीय होता है। विशेषज्ञों की मानें तो सूर्योदय एवं सूर्यास्त का अद्भुत दर्शन नेतरहाट के अलावा अन्य कहीं भी मुश्किल है। सघन वन क्षेत्र में स्थित सनसेट प्वाइंट पर सुबह एवं सांझ पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ती है।
मंगोलिया प्वाइंट: मंगोलिया प्वाइंट ढ़लते सूरज की दर्शनीयता का खास प्वाइंट है। मंगोलिया प्वाइंट को प्रेम दर्शन का भी स्थल माना जाता है। मंगोलिया प्वाइंट एक ब्रिटिश युवती की प्रेम कथा पर आधारित है।
मान्यता है कि ब्रिाटिश युवती मंगोलिया एक चरवाहे की बांसुरी की धुन से प्रभावित थी। युवती उस चरवाहे से प्रेम करने लगी थी लेकिन परिजनों को यह प्रेम स्वीकार नहीं था।
लिहाजा मंगोलिया नामक युवती ने इस पहाड़ी से कूद कर आत्महत्या कर ली थी। लिहाजा इस सनसेट प्वाइंट को मंगोलिया प्वाइंट कहा जाने लगा। इसे लवर्स प्वाइंट के नाम से भी जाना जाता है।
ऊपरी घाघरा झरना: ऊपरी घाघरा झरना नेतरहाट से करीब 4 किलोमीटर दूर स्थित है। यह एक अति सुन्दर एवं दर्शनीय पिकनिक स्पॉट है। यहां का प्राकृतिक सौन्दर्य पर्यटकों को सम्मोहित कर लेता है।
निचली घाघरा झरना: निचली घाघरा झरना नेतरहाट से करीब 10 किलोमीटर दूर स्थित है। घने जंगलों के बीच स्थित इस झरना का प्राकृतिक सौन्दर्य देखते ही बनता है। करीब 32 फुट की ऊंचाई से गिरते इस झरना को देखने के लिए पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ती है।
लोध झरना: लोध झरना नेतरहाट सेे करीब 60 किलोमीटर दूर स्थित है। बुरहा नदी का हिस्सा यह शानदार झरना अति दर्शनीय है। करीब 468 फुट की ऊंचाई से गिरने वाला यह झरना झारखण्ड का सबसे ऊंचा झरना माना जाता है। विशेषज्ञों की मानें तो इस झरना की प्रतिध्वनि करीब 10 किलोमीटर दूर तक सुनाई देती है।
चीड़ वन: चीड़ वन नेतरहाट का एक शानदार अभयारण्य है। आैषधीय वनस्पतियों की प्रचुरता इस अभयारण्य को काफी कुछ विशिष्ट बना देती है। यहां का प्राकृतिक सौन्दर्य पर्यटकों को लुभाता है।
नेतरहाट की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट बिरसा मुंडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट रांची है। एयरपोर्ट से नेतरहाट की दूरी करीब 155 किलोमीटर है। निकटतम रेलवे स्टेशन रांची जंक्शन है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी नेतरहाट की यात्रा कर सकते हैं।
23.744800,84.507600
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