Thursday, 11 July 2019

ज्योलिकोट हिल स्टेशन: प्रकृति का उपहार

   ज्योलिकोट हिल स्टेशन को प्रकृति का शानदार उपहार कहा जाना चाहिए। तारों-सितारों भरा आकाश ज्योलिकोट हिल स्टेशन का खास आकर्षण कहें तो शायद कोई अतिश्योक्ति न होगी। 

  चौतरफा प्रकृति के शानदार दिलकश नजारे एक सुखद अनुभव प्रदान करते हैं। भारत के उत्तराखण्ड के नैनीताल जिला का यह सुन्दर ज्योलिकोट हिल स्टेशन बरबस पर्यटकों को आकर्षित करता है। ज्योलिकोट का खुशगवार मौसम पर्यटकों को बेहद लुभाता है। 

   धर्म, आध्यात्म एवं साहित्य की इस धरती की संरचना अद्भुत एवं विलक्षण है। खास ज्योलिकोट हिल स्टेशन एवं आसपास सुन्दर एवं आकर्षक स्थलों की एक शानदार श्रंखला विद्यमान है। ज्योलिकोट हिल स्टेशन भले ही छोटा हिल स्टेशन हो लेकिन यात्रा एक सुखद एवं रोमांचक अनुभव प्रदान करती है।

   प्रकृति की गोद में रचा बसा ज्योलिकोट हिल स्टेशन अति दर्शनीय है। पर्वत श्रंखलाओं की गोद में स्थित यह हिल स्टेशन वस्तुत: एक विकसित गांव है। ज्योलिकोट हिल स्टेशन पर ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे प्रकृति की गोद में स्वच्छंद विचरण कर रहे हों। 

   समुद्र तल से करीब 1219 मीटर की ऊंचाई पर स्थित ज्योलिकोट हिल स्टेशन अद्भुत एवं विलक्षण है। कारण इन पर्वत श्रंखलाओं के कई गुप्त रास्ते आपस में एक दूसरे से जोड़ते हैं। जिससेे एक अद्भुत मार्ग की संरचना होती है। खास यह कि ज्योलिकोट हिल स्टेशन ब्रिाटिश अफसरों का बेहद पसंदीदा था। लिहाजा ठहरने की दृष्टि से यहां कई हिल रिसोर्ट हैं। 

   खास यह कि ज्योलिकोट हिल स्टेशन पर देश का प्राचीन गोल्फ कोर्स भी है। विशेषज्ञोें की मानें तो 18 होल्स का गोल्फ कोर्स ज्योलिकोट हिल स्टेशन का मुख्य आकर्षण है। 
   द कॉटेज भी अपनी खास सुन्दरता के कारण अति प्रसिद्ध है। यह कॉटेज पर्वत श्रंखलाओं से घिरा अति दर्शनीय एवं सुखद है। कॉटेज के आसपास प्राकृतिक सुन्दरता भी विलक्षण है। 

   विशेषज्ञों की मानें तो इस कॉटेज की संरचना के समय ध्यान रखा गया कि प्राकृतिक सुुन्दरता कम न हो। ज्योलिकोट हिल स्टेशन एवं आसपास चौतरफा मंदिर एवं मठों की बहुतायत है। जिससे इस इलाके का धार्मिक एवं आध्यात्मिक महत्व भी है।

   चौतरफा आैषधीय वनस्पतियों से आच्छादित सघन वन क्षेत्र यहां की जलवायु को एक बेहतरीन शीतलता प्रदान करते हैं। जिससे ज्योलिकोट हिल स्टेशन की जलवायु बेहद रोमांचित करने वाली रहती है। 

   मान्यता है कि इस इलाके के मंदिर एवं मठ बुर्रा साहिब की कहानियों से ताल्लुक रखते हैं। इन मंदिर एवं मठों के मध्य एक शानदार बंगला भी है। कहावत है कि किसी समय ज्योलिकोट हिल स्टेशन के इस बंगले में नेपोलियन बोनापार्ट की बेटी रहती थी। यह बंगला काफी कुछ खास है।

    ज्योलिकोट हिल स्टेशन पर एक अति दर्शनीय एवं सुन्दर बागवानी केन्द्र भी है। खास यह कि यहां ताजा शहद एवं विभिन्न प्रजातियों के पौधे उपलब्ध रहते हैं। कुमाऊंनी पहाड़ियों का यह छोटा गांव वस्तुत: नैनी झील का प्रवेश द्वार है। 

   ज्योलिकोट हिल स्टेशन वस्तुत: फल एवं फूलों के लिए खास तौर से प्रसिद्ध है। नाशपाती एवं आडू आदि इत्यादि फलों का खास तौर पर यहां उत्पादन होता है। ताजे फलों का जूस भी यहां की खासियत है। मौसमी फूलों की तो बहार देखते ही बनती है। शांत एवं शीतल जलवायु से आच्छादित ज्योलिकोट हिल स्टेशन प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। 

   पर्यटक यहां ट्रैकिंग एवं दुर्गम इलाकों के भ्रमण का भी आनन्द उठा सकते हैं। पर्यटक ज्योलिकोट हिल स्टेशन पर प्राचीन कलाकृतियों एवं अन्य संरचनाओं का भी लुफ्त उठा सकते हैं।
   खास यह कि पर्यटक ज्योलिकोट हिल स्टेशन की यात्रा कर नैनीताल की भी यात्रा कर सकते हैं। यहां की हसीन वादियां पर्यटकों को भरपूर रोमांचित करती हैं। वस्तुत: इसे नैनीताल का गेटवे कहा जाता है।

   ज्योलिकोट हिल स्टेशन से नैनीताल की दूरी करीब 17 किलोमीटर है। इसे आदर्श हिल स्टेशन भी कह सकते हैं। मार्च से अक्टूबर की अवधि ज्योलिकोट हिल स्टेशन की यात्रा के लिए आदर्श समय माना जाता है।
   हालांकि पर्यटक सर्दियों में भी ज्योलिकोट हिल स्टेशन की यात्रा कर सकते हैं। पर्यटक यहां बादलों संग मस्ती कर एक सुखद अनुभूति कर सकते हैं। कारण ऊंचाई पर होने के कारण ज्योलिकोट हिल स्टेशन पर बादलोें की आवाजाही सामान्य तौर पर बनी रहती है। खास यह कि पर्यटक ज्योलिकोट हिल स्टेशन की यात्रा के साथ ही कालाढ़ुंगी की यात्रा का भी प्लान बना सकते हैं। 
   ज्योलिकोट हिल स्टेशन से कालाढ़ुंगी की दूरी करीब 26 किलोमीटर है। कालाढंुगी एक पर्वतीय इलाका है। फोटोग्राफर्स के लिए ज्योलिकोट हिल स्टेशन एवं आसपास का इलाका किसी स्वर्ग से कम नहीं है। पर्यटकों को ज्योलिकोट हिल स्टेशन भरपूर आक्सीजन मिलती है। लिहाजा ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे फेफड़ों को पंख लग गये हों। यात्रा में एक रोमांचक एहसास होता है।
   ज्योलिकोट हिल स्टेशन की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट पंतनगर एयरपोर्ट है। निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम जंक्शन है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी ज्योलिकोट हिल स्टेशन की यात्रा कर सकते हैं।
29.379910,79.477390

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