Wednesday, 1 January 2020

जयंतिया हिल्स: धरती का स्वर्ग

   जयंतिया हिल्स को धरती का स्वर्ग कहा जाना चाहिए। चौतरफा उमड़ते-घुमड़ते बादलों का समूह... मखमली घास के विशाल मैदान एवं शानदार ढ़लान जयंतिया हिल्स को धरती पर स्वर्ग का एहसास करा देते हैं। 

   भारत के मेघालय के जिला जोवाई एवं खलीहरियत का मिला जुला इलाका जयंतिया हिल्स पर्यटन की दृष्टि से काफी कुछ खास है। जयंतिया हिल्स पर रोमांचक एहसास होता है। 

  आैषधीय वनस्पतियों का आच्छादन जयंतिया हिल्स की शान एवं शोभा है। जयंतिया हिल्स की पहाड़ियां एवं घाटियां सौन्दर्य का अद्भुत एवं विलक्षण प्रतिमान हैं। जयंतिया हिल्स का नैसर्गिक सौन्दर्य पर्यटकों को मुग्ध कर लेता है। 

   घुमावदार नदियां, झीलों-झरनों की शानदार श्रंखला जयंतिया हिल्स की खासियत है। खास यह है कि जयंतिया हिल्स का प्राकृतिक सौन्दर्य के साथ ही पौराणिक, ऐतिहासिक एवं आध्यात्मिक महत्व भी है।

   जयंतिया के राजाओंं की राजधानी जयंतियापुर थी लेकिन राजवंश का पसंदीदा क्षेत्र जयंतिया हिल्स रहा। जयंतिया राजवंश की ग्रीष्मकालीन राजधानी हिल्स का एक गांव नारतियांग रहा। लिहाजा इस गांव में पौराणिकता दर्शनीय है।

   जयंतिया हिल्स का सांस्कृतिक महत्व भी काफी कुछ खास है। नारतियांग जयंतिया हिल्स का मुख्य आकर्षण है। पत्थरों का विशाल स्तंभ बेहद आकर्षक है। धर्म एवं आध्यात्म की दृष्टि से देखें तो नारतियांग का दुर्गा मंदिर श्रद्धा, आस्था एवं विश्वास का मुख्य केन्द्र है। 

   बारिश के मौसम का आनन्द लेना हो तो जयंतिया हिल्स की यात्रा अवश्य करनी चाहिए। हालांकि मौसम कोई भी हो... जयंतिया हिल्स पर्यटकों को हमेशा अानन्द की सुखद अनुभूति कराता है। इस रोमांचक एहसास को पर्यटक कभी भूल नहीं पाते हैं। 

   बादलों की घुमक्कड़ी पर्यटकों को पल-पल प्रफुल्लित करती है। समुद्र तल से करीब 6000 फुट की ऊंचाई वाला यह हिल स्टेशन विशिष्टताओं की एक लम्बी श्रंखला रखता है।
   हालांकि अधिकांश हिस्से की ऊंचाई 3000 से 4000 फुट है। आैषधीय वनस्पतियों की प्रचुरता एवं लम्बी श्रंखला जयंतिया हिल्स की विशिष्टता है। 

   विलुप्त आैषधीय वनस्पतियां भी इस हिल्स पर पायी जाती हैं। इन आैषधीय वनस्पतियों की सुगंध से परिवेेश महकता रहता है। खास यह है कि जयंतिया हिल्स पर चीड़ की खास प्रजाति के दुर्लभ पेड़ बेहद दर्शनीय हैं। चीड़ की दुर्लभ प्रजाति का यह पेड़ हिमालय या इस क्षेत्र में ही पाया जाता है। 

   शाहबलूत, पांगर, मैग्नोलिया आदि दुर्लभ वृक्ष प्रजातियां जयंतिया हिल्स पर पुष्पित एवं पल्लवित हैं। वनस्पति विशेषज्ञों की मानें तो सर्वाधिक वनस्पतियां जयंतिया हिल्स पर पायी जाती हैं। 

   जयंतिया हिल्स के उत्तर में ब्राह्मपुत्र नदी का प्रवाह है तो वहीं पूर्व में बरैल पर्वत श्रंखला शान एवं शोभा को बढ़ाती है। जयंतिया हिल्स की गहरी घाटियां अत्यंत मनोरम हैं। चेरापूंजी एवं शिलांग जयंतिया हिल्स के अति दर्शनीय एवं सुन्दर शहर हैं।

   पर्यटक इन शहरों में घुमक्कड़ी का आनन्द ले सकते हैं। फलों का उत्पादन भी जयंतिया हिल्स की खासियत है। जयंतिया हिल्स पर नारंगी, अनानास एवं सुपारी खासिया का उत्पादन खास तौर से होता है। अनानास का उत्पादन बहुतायत में होता है।

   जयंतिया हिल्स की यात्रा के सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं। निकटतम एयरपोर्ट गुवाहाटी एयरपोर्ट है। गुवाहाटी एयरपोर्ट से जयंतिया हिल्स की दूरी करीब 181 किलोमीटर है। 
  हालांकि शिलांग एयरपोर्ट से भी जयंतिया हिल्स की यात्रा कर सकते हैं। निकटतम रेलवे स्टेशन गुवाहाटी जंक्शन है। पर्यटक सड़क मार्ग से भी जयंतिया हिल्स की यात्रा कर सकते हैं।
25.443500,92.196700

No comments:

Post a Comment

फागू हिल स्टेशन: रोमांचक एहसास    फागू हिल स्टेशन निश्चय ही दिल एवं दिमाग को एक सुखद शांति एवं शीतलता प्रदान करेगा। फागू हिल स्टेशन आकार...